899 किसान आत्महत्या पर दानवे का हमला- सरकार का पैकेज अधूरा, संकट गहरा

899 किसान आत्महत्या पर दानवे का हमला- सरकार का पैकेज अधूरा, संकट गहरा

अंबादास दानवे ने अजीत पवार के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि वोट मांगना अधिकार है, लेकिन जनता को धमकाना गलत है. मराठवाड़ा में किसानों की बढ़ती आत्महत्याओं और सरकारी मदद की कमी पर भी दानवे ने सरकार को घेरा.

किसानों की मौत पर गरजे दानवे किसानों की मौत पर गरजे दानवे
क‍िसान तक
  • Sambha Ji Nagar,
  • Nov 22, 2025,
  • Updated Nov 22, 2025, 1:45 PM IST

महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में UBT शिवसेना के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र विधान परिषद के पूर्व विपक्ष नेता अंबादास दानवे ने अजित पवार के हालिया बयान पर कड़ा पलटवार किया है. अजित पवार ने कहा था कि जो वोट नहीं देंगे, उन्हें विकास निधि नहीं मिलेगी. इस पर दानवे ने इस बयान को जनता को सीधी धमकी बताते हुए कहा कि वोट देना जनता का संवैधानिक अधिकार है और विकास निधि देना सरकार की जिम्मेदारी. दानवे का कहना है कि विकास निधि किसी नेता की निजी संपत्ति नहीं है, बल्कि जनता के टैक्स का पैसा है. इसलिए इसे वोट के बदले में देने या रोकने की बात लोकतंत्र के खिलाफ है. दानवे ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया है कि ऐसे बयानों पर कार्रवाई की जानी चाहिए.

मराठवाड़ा में किसानों की आत्महत्या का आंकड़ा

अंबादास दानवे ने मराठवाड़ा में लगातार बढ़ रही किसान आत्महत्याओं पर भी सरकार पर सवाल उठाए. उन्होंने बताया कि सिर्फ पिछले 10 महीनों में ही 899 किसानों ने आत्महत्या कर ली, और साल के अंत तक यह आंकड़ा और बढ़ सकता है. दानवे ने कहा कि कुछ महीने पहले क्षेत्र में भारी बारिश हुई थी, जिससे किसानों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गईं. सरकार द्वारा घोषित राहत पैकेज अधूरा साबित हुआ है और बड़ी संख्या में किसान सरकारी मदद से अभी भी वंचित हैं. सरकार की देरी और अधूरी सहायता ही किसानों को मजबूरी में आत्महत्या करने की तरफ धकेल रही है. दानवे ने इस मुद्दे पर तत्काल ध्यान देने की मांग की है.

शिंदे गुट में हलचल? कई विधायक BJP में जा सकते हैं

हाल ही में सामना में छपी एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए दानवे ने दावा किया कि एकनाथ शिंदे गुट के कई विधायक पार्टी छोड़ सकते हैं. दानवे के अनुसार, पहले जिन नेताओं को शिंदे मजबूत मानते थे, वे अब उनके साथ नहीं हैं. UBT शिवसेना नेता का कहना है कि बीजेपी कई नेताओं से लगातार बातचीत कर रही है, और संभव है कि शिंदे गुट के कई विधायक जल्द ही BJP में शामिल हो जाएं. दानवे ने इसे शिंदे गुट के अंदर बढ़ती अस्थिरता और असंतोष का संकेत बताया है.

सरकारी पैकेज अधूरा, किसानों तक नहीं पहुंची मदद 

किसानों की समस्याओं पर बोलते हुए दानवे ने सरकार पर बड़ा आरोप लगाया कि बारिश के बाद जो राहत पैकेज घोषित किया गया था, वह जमीनी स्तर पर पूरी तरह लागू ही नहीं हुआ. कई किसानों को मुआवजा नहीं मिला, और जिनको मिला भी, वह उनकी बर्बाद फसल की तुलना में बहुत कम है. दानवे का कहना है कि सरकार का यह रवैया किसानों के संकट को बढ़ा रहा है और उन्हें आत्महत्या जैसे कदम उठाने पर मजबूर कर रहा है.

अंबादास दानवे ने अपने बयानों के माध्यम से सरकार, उपमुख्यमंत्री अजित पवार और शिंदे गुट- सभी पर एक साथ हमला बोला है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में वोट मांगना अधिकार है, लेकिन धमकी देना गलत है. किसानों की आत्महत्या, अधूरी राहत सहायता, और शिंदे गुट में राजनीतिक हलचल को लेकर दानवे के बयान आने वाले राजनीतिक माहौल को और गर्म कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: 

हर तटीय राज्य के अलग मरीन फिशरीज़ नियम, भारत के समुद्री मत्स्य पालन को बढ़ने में कैसे बन रहे बाधा?
Tomato Price: टमाटर ने तोड़ी आम आदमी की कमर! मंडियों में सब्जियों के दाम आसमान पर

MORE NEWS

Read more!