केंद्र सरकार द्वारा प्याज के एक्सपोर्ट पर 800 डॉलर प्रति मिट्रिक टन न्यूनतम दाम होने की शर्त लगाने के बाद भी महाराष्ट्र की मंडियों में प्याज के दाम में वृद्धि का सिलसिला कायम है. सोलापुर में प्याज का अधिकतम दाम 7000 रुपये प्रति क्विंटल पहुंच गया है. यानी 70 रुपये किलो थोक दाम. जबकि इस मंडी में 30 अक्टूबर को 37,276 क्विंटल प्याज की आवक हुई थी, जो अपने आप में रिकॉर्ड है. उधर, अकोला में अधिकतम भाव 6500 रुपये क्विंटल तक पहुंच गया. जबकि दो दिन पहले 29 अक्टूबर को राज्य की मंडियों में प्याज का दाम 6000 रुपये प्रति क्विंटल तक था. जिन किसानों के पास प्याज बचा हुआ है वो अब बेच रहे हैं, ताकि एक-दो रुपये किलो बेचने पर जो नुकसान हुआ है उसकी कुछ भरपाई हो जाए.
महाराष्ट्र के प्याज किसानों के पास अब ज्यादा प्याज नहीं है. मुश्किल से उनके पास 25 प्रतिशत प्याज बचा होगा. वो कम दाम के समय ही बेच चुके हैं क्योंकि उनके पास रखने का इंतजाम नहीं है. प्याज के स्टोरेज कम हैं. जबकि व्यापारियों के पास प्याज खरीदकर रखने की पर्याप्त क्षमता है. इसलिए अब ज्यादातर प्याज व्यापारियों के पास है और वो अब बढ़े दाम का फायदा कमा रहे हैं.
रबी सीजन का प्याज जिसे स्टोर किया जाता है वो भी खराब हो गई थी. क्योंकि जिस समय इस सीजन का प्याज खेतों से निकाला जा रहा था उस समय बारिश हो गई थी. इससे पहले ही किसान नुकसान में थे. उसके बाद उन्हें कम दाम से नुकसान हुआ. अब दाम बढ़ा है तो वो ज्यादातर प्याज पहले ही व्यापारियों को बेच चुके हैं. जिनके पास प्याज है वो अपने घाटे की भरपाई करने में जुटे हुए हैं.
नासिक जिले के किसान दीपक पाटिल कहते हैं कि स्टोर किए हुए प्याज का दाम शुरुआत में नहीं मिला. जिसके चलते स्टोर में रखा 12-14 टन प्याज फेंकना पड़ा था. जब प्याज को 15 रुपये के दाम मिले तो सरकार ने 40 प्रतिशत निर्यात शुल्क लगा दिया. फिर वापस दाम गिरे. अब उनके प्याज खत्म हुए तो प्याज को अच्छा दाम मिल रहा है.
पाटिल ने बताया कि उनकी खरीफ की प्याज खेत में है जो बाजार में दिसंबर के महीने में आएगी. उन्होंने 4 एकड़ में खरीफ सीजन के प्याज की खेती की है. जिस पर कम बारिश का असर हुआ है. ऐसे में प्याज के उत्पादन में 40 प्रतिशत की कमी आने का अनुमान है.
कोल्हापुर में 30 अक्टूबर को 4736 क्विंटल प्याज की आवक हुई. इस मंडी में न्यूनतम थोक दाम 1500, अधिकतम 5500 और मॉडल प्राइस 3200 रुपये प्रति क्विंटल रहा.
लासलगांव मंडी में प्याज का न्यूनतम दाम 2572, अधिकतम 3901 और मॉडल प्राइस 2581 रुपये रहा. यह एशिया की सबसे बड़ी मंडी में प्याज का थोक दाम है.
महाराष्ट्र एग्रीकल्चरल मार्केटिंग बोर्ड के अनुसार नागपुर में प्याज का न्यूनतम दाम 4400, अधिकतम 6000 और मॉडल प्राइस 5250 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज किया गया.
पुणे की पिंपरी मंडी में 30 अक्टूबर को प्याज का न्यूनतम दाम 3500, अधिकतम 6000 और मॉडल प्राइस 4750 रुपये प्रति क्विंटल रहा.