टमाटर का उपयोग न केवल सब्जियों में होता है, बल्कि इसका इस्तेमाल सलाद, सूप और सॉस के तौर पर भी किया जाता है. इसकी मांग भी बाजार में हमेशा बनी रहती है. खासकर बड़े शहरों में टमाटर की खपत ज्यादा होती है, जिससे किसानों के लिए यह एक लाभकारी फसल बन चुकी है.
अधिक उपज के लिए आप अपने घरों में चेरी टमाटर उगा सकते हैं. चेरी टमाटर सामान्य टमाटर की तुलना में आकार में छोटे होते हैं. इनकी खासियत यह है कि एक पौष्टिक विकल्प होते हैं. यही कारण है कि ये सामान्य टमाटर की तुलना में महंगे बिकते हैं.
अगर आप मेट्रो सिटी या बड़े शहरों में रहते हैं और चेरी टमाटर का लाजवाब स्वाद लेना चाहते हैं, तो इस महीने चेरी टमाटर अपने गमले में आसानी से उगा सकते हैं. चेरी टमाटर उगाने में खाद पानी का ध्यान रखना होता है कि आखिर कौन सी खाद डालें. आइए जानते हैं गमले में उगाने का तरीका.
चेरी टमाटर को गमले में उगाने के लिए सबसे पहले एक बड़े साइज का गमला लें. फिर उसमें बलुई दोमट मिट्टी और खाद डालें. क्योंकि बलुई दोमट मिट्टी में अच्छी जल निकासी होती है और पौधों की जड़ें आसानी से विकसित हो सकती हैं.
गमले में चेरी टमाटर के पौधे लगाने के बाद उसे प्रतिदिन कम से कम 6-8 घंटे सूर्य की रोशनी की जरूरत होती है, इसलिए गमले को ऐसी जगह रखें जहां पर्याप्त रोशनी मिल सके. गमले में टमाटर उगाते वक्त ध्यान रखें कि पानी की निकासी सही से हो. अत्यधिक पानी से जड़ें सड़ सकती हैं.
टमाटर को अच्छे विकास के लिए नियमित रूप से संतुलित खाद की जरूरत होती है. इसलिए आप गमले में जैविक खाद जैसे गोबर की खाद या कंपोस्ट का भी उपयोग कर सकते हैं, जो टमाटर की क्वालिटी को बेहतर बनाने में मदद करते हैं. ध्यान रखें कि आप ये जैविक खाद हर दो हफ्ते में डालें, और जब फूल आने लगें तब विशेष रूप से दें.
पौधा बड़ा होने पर उसे बांस की छड़ी या पिंजरे (cage) से सहारा दें ताकि वो टूटे नहीं. इसके अलावा मिट्टी की हल्की गुड़ाई करें ताकि हवा का संचार हो और जड़ों का विकास हो. सूखी पत्तियों और अतिरिक्त शाखाओं को हटा दें ताकि सारी ऊर्जा फल पर लगे.
वहीं, हर एक चेरी टमाटर के पौधे से औसतन 9 से 10 टमाटर के गुच्छे प्राप्त होते हैं. इन गुच्छों में हर एक टमाटर का वजन करीब 7 से 8 ग्राम होता है. ऐसे में एक स्वस्थ चेरी टमाटर का पौधा लगभग 3.5 से 5 किलोग्राम तक टमाटर की उपज दे सकता है.