चित्तौड़गढ़ के भुसावल स्टेट हाईवे पर सैकड़ों किसान ट्रैक्टर और बैलगाड़ी रोककर चक्काजाम कर दिया. किसानों का कहना था कि कपास की खरीदी कम होने से उनका नुकसान हो रहा है. उन्होंने रोड पर बैठकर अपना विरोध जताया. किसानों का गुस्सा दोपहर से ही मंडी में दिखाई दिया, जब उन्होंने मंडी में हंगामा किया और मुख्य गेट बंद कर दिया.
आनंद नगर स्थित कपास मंडी में किसानों का गुस्सा और बढ़ गया. सैकड़ों किसानों ने मंडी में हंगामा किया. उनका कहना था कि सीसीआई पहले एक एकड़ में 12 क्विंटल कपास खरीदी करता था, लेकिन अब केवल 5 क्विंटल 70 किलो खरीदी जा रही है. किसानों ने मांग की कि एक एकड़ में 12 क्विंटल कपास खरीदी जाए.
मामले की जानकारी मिलने पर एडीएम रेखा रावत, उप संचालक कृषि एसएस राजपूत, मंडी सचिव और पुलिस मौके पर पहुंचे. उन्होंने किसानों को समझाने की कोशिश की. अधिकारियों ने कहा कि खरीदी के लिए स्लॉट निर्धारित हैं और उत्पादन क्षमता के अनुसार ही कपास खरीदी जा रही है.
समझाइश के बावजूद जब किसानों की बात नहीं मानी गई, तो उन्होंने चित्तौड़गढ़-भुसावल स्टेट हाईवे पर बावड़ी बस स्टैंड पर ट्रैक्टर, बैलगाड़ी और अन्य वाहन रोककर चक्काजाम कर दिया. इस कारण शहर के प्रमुख मार्गों पर भारी जाम लग गया. किसानों का कहना था कि सीसीआई मनमानी कर रही है.
किसानों की मुख्य मांग थी कि सीसीआई एक एकड़ में 12 क्विंटल कपास खरीदी करे. अधिकारियों ने किसानों को समझाया और मामला शांत कराया. हालांकि किसानों का गुस्सा इस बात का संकेत था कि यदि उनकी बात नहीं सुनी गई, तो भविष्य में और भी बड़े विरोध प्रदर्शन हो सकते हैं.