बिजली की कटौती से परेशान किसानों और ग्रामीणों ने बीते दिनों टप्पल बिजली घर पर ताला लगा दिया. ग्रामीण पिछले एक सप्ताह से बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं. इलाके के 50 गांव में 24 घंटे में केवल 3 घंटे बिजली आ रही है. जिससे किसान सिंचाई भी नहीं कर पा रहे हैं. वही टप्पल क्षेत्र के गांव में 1972 में खींची गई लाइन के बाद तार नहीं बदले गए. जर्जर तार से आए दिन हादसे होते रहते हैं. वही बिजली की समस्या भी बनी रहती है. इससे परेशान होकर बीते दिनों ग्रामीणों और किसानों ने टप्पल बिजली घर पर पहुंचकर प्रदर्शन किया. इस दौरान मौके पर पहुंचे बिजली अधिकारी ने कहा कि जितनी सप्लाई मिल पा रही है. उतनी किसानों को दी जा रही है. वहीं इस दौरान बिजली अधिकारी किसानों को आश्वासन देने में जुटे रहे.
ऐसा पहली बार नहीं है जब किसान बिजली की किल्लत से जूझ रहे हों. इससे पहले भी यहां के किसान बिजली की किल्लत से जूझ चुके हैं. यही वजह है कि बिजली की किल्लत से परेशान होकर किसानों ने बिजली घर पहुंच कर प्रदर्शन किया और फिर टप्पल बिजली घर पर ताला लगा दिया.
मालूम हो कि विद्युत सप्लाई न मिलने कि वजह से किसानों की खरीफ सीजन की प्रमुख फसल धान चौपट हो रही है. किसानों को 24 घंटे में सिर्फ तीन घंटे ही बिजली की सप्लाई मिल रही है वह भी बिजली रात समय के लिए ही मिल रही है. इस भीषण गर्मी में जहां किसान बारिश और बिजली की कमी से चिंतित हैं, तो वही किसानों की फसल भी सिंचाई नहीं होने से सूखने के कगार पर है.
प्रकृति और प्रशासन के सामने बेबस किसानों की आंखों में केवल आंसू हैं जिसे सरकार भी नहीं समझ पा रही है. किसानों और ग्रामीणों के प्रदर्शन के दौरान मौके पर पहुंचे एसडीओ प्रवीण कुमार ने बताया कि ओवरलोड होने से बिजली की समस्या है. हालांकि, एसडीओ ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में 21 घंटे बिजली सप्लाई की जा रही है.
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उन्होंने यह भी बताया कि तीन-चार घंटे रोस्टिंग की जा रही है जिसमें व्यवधान आ रहा है और बिजली पूरी नहीं मिल पा रही है. (अलीगढ़ से मोहम्मद अकरम खान की रिपोर्ट)