पंजाब सरकार की ओर से 19 मार्च को गिरफ्तार किए गए किसान नेताओं को आज सुबह जेल से रिहा कर दिया गया है. ऐसे में यह किसान आंदोलन के लिए अच्छी खबर है. क्योंकि संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आज 28 मार्च को पंजाब सरकार और राज्य की पुलिस दमन के खिलाफ डिप्टी कमिश्नर कार्यालयों के सामने विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई गई है. इस रिहाई को लेकर माना जा रहा है कि मान सरकार किसानों के सामने झुक गई है. बता दें कि पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार नेताओं को सुबह 3 बजे रिहा कर दिया है. इसमें किसान आंदोलन के बड़े चेहरे सरवन सिंह पंढेर, अभिमन्यु कोहाड़ सहित कई बड़े नेता शामिल हैं.
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर शुक्रवार 28 मार्च 2025 को मुक्तसर साहिब जेल से रिहा हुए. पंजाब पुलिस ने 19 मार्च को पंधेर समेत तमाम किसान नेताओं को गिरफ्तार किया था. जेल से रिहा होते ही किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने एक्शन में दिखाई दिए. पंढेर ने जेल से रिहा होने के बाद सीधे लाइव आकर बयान जारी किया. उन्होंने अपने बयान में मीडिया के साथियों को सुबह 9 बजे बहादुरगढ़ किले पर पहुंचने की अपील की. बताया जा रहा है कि वो किसान आंदोलन को लेकर बड़ा खुलासा कर सकते हैं.
इसी बीच आज कई किसान नेता और किसान संगठन पंजाब में सरकार के बर्ताव और मोर्चे को कुचलने और, किसानों के जब्त सामान को वापस करने, नुकसान के मुआवजे की मांग के खिलाफ, संयुक्त किसान मोर्चा के तहत संगठन सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक डिप्टी कमिश्नर कार्यालयों के सामने धरना देकर अपना विरोध व्यक्त करेंगे. विशेष रूप से, किसान मजदूर मोर्चा और एसकेएम (गैर-राजनीतिक) ने भी इन विरोध प्रदर्शनों में भाग लेने की घोषणा की है. पंजाब के कई न्याय चाहने वाले संगठन भी अपना समर्थन दे रहे हैं.
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किसानों के इस रिहाई को लेकर ऐसा माना जा रहा है कि पंजाब की भगवंत सिंह मान सरकार को किसानों के आगे झुकना पड़ा. वहीं, राज्य में शंभू और खनौरी बार्डर पर मोर्चा खत्म होने के बाद भी किसानों का आंदोलन जारी रहने के संकेत हैं. आज पंजाब में किसान अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे. इसके अलावा 31 मार्च को भी किसान संगठन और किसानों ने देशव्यापी प्रदर्शन करने का ऐलान किया है.
वहीं, रिहाई के बाद सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि मीडिया के साथियों के सामने अपनी बात रखूंगा. साथ ही पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस की कारगुजारियों का भी खुलासा करूंगा. इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि दोपहर के समय बहादुरगढ़ किले पर किसान संगठनों से जुड़े लोगों से भी पहुंचने की अपील की है. उन्होंने कहा कि वहां सभी से इस मसले पर बात करेंगे. बातचीत के बाद अगला कदम क्या होगा, उसका ऐलान किया जाएगा.
इसके अलावा सरवन सिंह पंधेर ने जेल से बाहर आते ही पंजाब सरकार और प्रशासन की कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा कि किसान मोर्चा को जिस तरह से नष्ट किया गया, उसकी कड़ी निंदा करते हैं. साथ ही उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर भविष्य की रणनीति पर चर्चा करने की बात कही. (इनपुट- अमन भारद्वाज)