प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मिजोरम की पहली रेलवे लाइन का उद्घाटन किया और आइजोल को दिल्ली से जोड़ने वाली राज्य की पहली राजधानी एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई. भारतीय रेलवे के इतिहास में सबसे चुनौतीपूर्ण मानी जाने वाली 8,070 करोड़ रुपये की बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन को 2008-09 में मंजूरी दी गई थी और इसका निर्माण 2015 में शुरू हुआ था. रेलवे लाइन के अलावा, पीएम ने कई सड़क परियोजनाओं की भी आधारशिला रखी. इनमें आइज़ोल बाईपास रोड, थेनज़ोल-सियालसुक रोड और खानकावन-रोंगूरा रोड शामिल हैं.
मिजोरम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस थेनज़ोल-सियालसुक रोड सड़क की नींव रखी है, वह राज्य के किसानों के लिए समृद्धि का रास्ता बनने वाली है. पूर्वोत्तर विशेष अवसंरचना विकास योजना NESIDS (सड़क) के अंतर्गत थेनजोल-सियालसुक सड़क से बागवानी किसानों, ड्रैगन फल उत्पादकों, धान की खेती करने वालों और अदरक प्रसंस्करणकर्ताओं को बहुत लाभ होगा. इसके साथ ही आइजोल-थेनजोल-लुंगलेई राजमार्ग के साथ संपर्क मजबूत होगा.
सेरछिप जिले में NESIDS (सड़क) के अंतर्गत खानकॉन-रोंगूरा सड़क से बाजारों तक बेहतर पहुंच उपलब्ध होगी और क्षेत्र के विभिन्न बागवानी किसानों और अन्य लोगों को लाभ मिलेगा, साथ ही नियोजित अदरक प्रसंस्करण संयंत्र को भी सहायता मिलेगी.
प्रधानमंत्री ने लॉन्गतलाई-सियाहा रोड पर छिमटुईपुई पुल, खेल विकास के लिए खेलो इंडिया बहुउद्देशीय इनडोर हॉल और आइजोल के मुआलखांग में एक एलपीजी बॉटलिंग प्लांट की आधारशिला भी रखी. प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम (पीएमजेवीके) योजना के तहत कावर्था में एक आवासीय विद्यालय और त्लांगनुआम में एक एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय का भी उद्घाटन किया. इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने तीन नई एक्सप्रेस ट्रेनों - सैरांग (आइजोल)-दिल्ली (आनंद विहार टर्मिनल) राजधानी एक्सप्रेस, सैरांग-गुवाहाटी एक्सप्रेस और सैरांग-कोलकाता एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाई. पीएम ने रेलवे, सड़क मार्ग, ऊर्जा, खेल आदि सहित विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी कई परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी.
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी मिजोरम, मणिपुर, असम, पश्चिम बंगाल और बिहार के तीन दिवसीय दौरे पर हैं. मोदी ने आइज़ोल से लगभग 37 किलोमीटर दूर लेंगपुई हवाई अड्डे से परियोजनाओं का शुभारंभ किया. भारी बारिश के कारण उनका हेलीकॉप्टर शहर के मध्य स्थित लामुअल मैदान के लिए उड़ान नहीं भर सका. यहीं से उन्हें इन परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करना था और एक जनसभा को संबोधित करना था. इस दौरान मिजोरम के राज्यपाल वी के सिंह, मुख्यमंत्री लालदुहोमा और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव लामुअल ग्राउंड में मौजूद थे.
(सोर्स- PTI)
ये भी पढ़ें-
खाद संकट पर अब मानवाधिकार आयोग भी हुआ एक्टिव, किसानों पर लाठीचार्ज को लेकर सभी राज्यों को भेजा नोटिस
कृषि मंत्री शिवराज के प्लान को लगेगा झटका? DAMU कर्मचारियों ने दी बहिष्कार की चेतावनी