गेंदे की खेती में मुनाफा ही मुनाफा, बस इन 10 बातों का रख लें ध्यान

गेंदे की खेती में मुनाफा ही मुनाफा, बस इन 10 बातों का रख लें ध्यान

गेंदा फूल की खेती खरीफ सीजन की एक ऐसी खेती होती है जिसमें काम लागत में किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. इसकी खेती में रोग और कीट का प्रकोप बहुत कम होता है. यही वजह है कि खरीफ सीजन में पारंपरिक धान और मक्के की खेती करने वाले किसानों का झुकाव अब गेंदा फूल की खेती की तरफ हो रहा है.

गेंदा फूल की खेती (सांकेतिक तस्वीर)गेंदा फूल की खेती (सांकेतिक तस्वीर)
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Jun 14, 2024,
  • Updated Jun 14, 2024, 3:43 PM IST

गेंदा फूल की खेती काफी फायदेमंद मानी जाती है. जून-जुलाई का महीना इसकी खेती के लिए इसलिए बेहतर समय माना जाता है क्योंकि इस समय पर खेती करने पर किसान दीपावली, दुर्गा पूजा और छठ इन त्योहारों के सीजन के दौरान अपने फूल खेत से तोड़ सकते और बाजार में बेच सकते हैं. ऐसे तो गेंदा फूल की मांग पूरे साल होती है पर त्योहारी सीजन में इसकी मांग भी अधिक होती है कीमत भी अच्छी मिलती है. इसके अलावा ठंड में अधिक धूप नहीं पड़ने के कारण फूलों का रंग और आकार भी अच्छा रहता है और अधिक सिंचाई की जरूरत नहीं पड़ती है. फूल की खेती हाल के वर्षों में किसानों के लिए कमाई का एक बेहतर साधन बन कर उभर रहा है. 

गेंदा फूल की खेती खरीफ सीजन की एक ऐसी खेती होती है जिसमें काम लागत में किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. इसकी खेती में रोग और कीट का प्रकोप बहुत कम होता है. यही वजह है कि खरीफ सीजन में पारंपरिक धान और मक्के की खेती करने वाले किसानों का झुकाव अब गेंदा फूल की खेती की तरफ हो रहा है. जिन खेतों में किसान सब्जी और कपास की खेती करते हैं उन खेतों में भी मिश्रित फसल के तौर पर गेंदा फूल को उगाया जा सकता है. इसलिए गेंदा फूल की खेती करने से पहले हमें इसकी खेती के बारे में सब कुछ जानना चाहिए. ताकि किसान बेहतर उत्पादन हासिल कर सके और कमाई कर सकें. 

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इन 10 बातों का रखें ख्याल

  • फूल की खेती करने के लिए हाइब्रीड बीज लगाएं या हर साल नया बीज खरीदें
  • यदि संभव हो तो गेंदा फूल के बीजों को ट्रे नर्सरी में उगाएं इससे अच्छा अंकुरण होता है. 
  • त्योहारों का समय देखकर ही फूलों की तोड़ाई करें
  • पाउडरी मिल्डयू नामक बीमारी का प्रकोप दिखाई देनें पर सल्फर का उपयोग करें
  • बाजार  की मांग के अनुसार किस्मों का चयन करें.
  • फूलों खेती में बीज अथवा उसकी उपलब्धता सुनिश्चित कर लेना जरूरी है.
  • फूलों खेती मौसम के प्रति काफी संवेदनशील है, इसलिए साफ मौसम इसके अनुकूल मानी जाती है.
  • आंधी तूफान के दौरान पौधों को गिरने से बचाने के लिए फूल के पौधे के पास एक लड़की गाड़कर सहारा दें.

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  • स्थानीय बाजार अध्ययन करके ही फूलों की खेती करनी चाहिए. नहीं तो मांग नहीं होने पर किसान को नुकसान का सामना करना पड़ सकता है.
  • एक से अधिक किसान अधिक समूह में खेती करें तो बेचने में आसानी होती है क्योंकि व्यापारी आकर खेत से फूल खरीद लेते हैं. नहीं तो किसानों को बाहर जाकर बेचने में पडेगा. इससे परेशानी हो सकती है.

 

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