एमएसपी गारंटी कानून, स्वामीनाथन रिपोर्ट पूर्ण लागू की जाए और कर्ज मुक्ति जैसी कई मांगों को लेकर किसान अंबाला के पास लगे शंभू टोल प्लाजा पर पिछले लगभग 17 दिनों से डटे हुए हैं. किसानों ने अपनी ट्रॉलियों को रोड होम ने तब्दील कर दिया हैं और उसमे जरूरत की सभी चीजें लगा दी है. ट्रॉलियों में एसीसी, चार्जिंग स्लॉट, मशीन, किचन सब सेटअप कर लिया है. इस बारे में जब किसान महिलाओं से बात की गई तो उन्होंने बताया की उन्हें ट्रॉलियों में रहने का शौंक नहीं है, लेकिन जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक वे लोग बॉर्डर पर ही डटे रहेंगे.
धरने के दौरान साथियों की मौत के सवाल का जवाब देते हुए किसानों ने कहा कि इसका उन्हे बहुत दुख है. महिलाओं का कहना है कि आने वाले इलेक्शन में किसी को भी वोट के लिए गांव में नहीं आने दिया जाएगा और अगर उन्हें एमएसपी की गारंटी न मिली तो वे लोग फसल उगाना छोड़ देंगे.
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इसी बीच पंजाब और हरियाणा के हजारों किसान गुरुवार को मृतक किसान शुभकरण सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए खनौरी सीमा पर पहुंचे हैं. दरअसल 21 फरवरी को हरियाणा पुलिस और किसानों के बीच हिंसक टकराव के दौरान बठिंडा के बल्लो गांव के 22 वर्षीय युवा किसान की जान चली गई थी. शुभकरण सिंह का पार्थिव शरीर राजिंदरा अस्पताल, पटियाला से खनौरी बॉर्डर पर लाया गया. उनके शरीर पर फार्म यूनियन का झंडा लपेटा हुआ था और हजारों किसान बीकेयू एकता और किसान मजदूर मोर्चा के झंडे के साथ इकट्ठा थे. किसान आंदोलन 2024 के सभी नेता सरवन पंधेर, जगजीत सिंह दल्लेवाल, अभिमन्यु कोहाड़ और अन्य मौजूद रहे. किसान शहीद किसान शुभकरण अमर रहे के नारे लगा रहे थे.
पंजाब-हरियाणा बार्डर पर बठिंडा के किसान शुभ करण सिंह की मौत के मामले में पंजाब पुलिस ने आखिरकार बड़ा एक्शन ले लिया है. बताया जा रहा है कि पंजाब पुलिस ने शुभकरण सिंह की मौत के मामले में पटियाला के पांतड़ा पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कर ली है. शुभकरण सिंह की मौत के संबंध में पुलिस स्टेशन पांतड़ा जिला पटियाला में आईपीसी की धारा 302, 114 के तहत 28 फरवरी को एफआईआर नंबर 41 दर्ज की गई है.
गौरतलब है कि पंजाब और हरियाणा के बीच खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के बीच शुभ करण सिंह की मौत हो गई थी. वहीं शुभकरण की मौत के बाद पंजाब सरकार ने आरोपियों खिलाफ बड़ा एक्शन लेने की चेतावनी भी दी गई थी. वहीं शुभकरण के परिवार वालों ने पंजाब सरकार के सामने डिमांड रख दी है. उन्होंने कहा कि जब तक मान सरकार शुभकरण के हत्यारों को सजा नहीं देगी तब तक उसका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे.