किसान आंदोलन के 9वें दिन पंजाब खनौरी बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों और हरियाणा के सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प हो गई. इस झड़प में पंजाब के युवा किसान शुभकरण सिंह की मौत हो गई. शुभकरण की मौत के सात दिन बाद पंजाब पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया है. 21 फरवरी को पंजाब-हरियाणा सीमा पर खनौरी में भी 12 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे. यह घटना तब हुई जब कुछ प्रदर्शनकारी किसान दिल्ली चलो मार्च को रोकने के लिए लगाए गए पुलिस बैरिकेड्स की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे थे.
शुभकरण सिंह के अंतिम दर्शन के लिए खनौरी बॉर्डर पर हजारों किसानों का हुजूम उमड़ पड़ा. पंजाब और हरियाणा के हजारों किसान आज मृतक किसान शुभकरण सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए खनौरी सीमा पर पहुंचे. 21 फरवरी को हरियाणा पुलिस और किसानों के बीच हिंसक टकराव के दौरान बठिंडा के बल्लो गांव के 22 वर्षीय युवा किसान की जान चली गई. शुभकरण सिंह का पार्थिव शरीर राजिंदरा अस्पताल, पटियाला से खनौरी बॉर्डर पर लाया गया. उनके शरीर पर फार्म यूनियन का झंडा लपेटा हुआ था और हजारों किसान बीकेयू एकता और किसान मजदूर मोर्चा के झंडे के साथ इकट्ठा थे.
ये भी पढ़ें: केंद्र सरकार की बड़ी घोषणा, खरीफ सीजन के लिए 24 हजार करोड़ रुपये की खाद सब्सिडी मंजूर!
किसान आंदोलन 2024 के सभी नेता सरवन पंधेर, जगजीत सिंह दल्लेवाल, अभिमन्यु कोहाड़ और अन्य मौजूद रहे. किसान शहीद किसान शुभकरण अमर रहे के नारे लगा रहे थे. इंडिया टुडे के संवादता से बात करते हुए अभिमनु कोहार्ड ने कहा, ''22 साल इस दुनिया को छोड़ने की उम्र नहीं है, मैं शुभकरण सिंह के परिवार और उनकी मां को सलाम करना चाहता हूं जिन्होंने उनके जैसे योद्धा को जन्म दिया.'' किसान नेता ने कहा, "शुभकरण को न्याय मिलने तक हम अपना संघर्ष जारी रखेंगे." मृतक किसान के शव को बठिंडा के बल्लो गांव ले जाया जाएगा, जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा.
आज पंजाब पुलिस ने इस मामले में पातड़ां थाने में जीरो एफआईआर दर्ज की. सरकार ने शुभकरण की बहन को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा और पुलिस कांस्टेबल की नौकरी देने की घोषणा की है.
इस बीच, किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि हमें जानकारी मिली है कि शुभकरण सिंह की मौत के मामले में आईपीसी की धारा 302 और 114 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. आज हम शुभकरण सिंह के पार्थिव शरीर को सबसे पहले खनौरी बॉर्डर ले जाएंगे. जिसके बाद शुभकरण सिंह के शव को उनके पैतृक गांव ले जाकर अंतिम संस्कार किया जाएगा. (अनमोल नाथ बाली की रिपोर्ट)
Copyright©2024 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today