12 जून गुरुवार को अहमदाबाद में हुए क्रैश ने कई घरों के दीपक बुझा दिए हैं. हार्दिक अवैया का घर भी इनमें से ही एक है. एक किसान के बेटे हार्दिक भी लंदन जाने वाली एयर इंडिया की उसी A171 फ्लाइट में सवार थे जो पिछले दिनों क्रैश हो गई है. इस हादसे में हर उम्र और हर तबके के लोगों की मौत हुई है और सैंकड़ों घर उजड़ गए. प्लेन के अंदर मौजूद 241 लोगों की तो जान गई ही लेकिन जिस जगह पर यह प्लेन गिरा वहां पर भी 30 से ज्यादा लोगों की मौत हुई.
हार्दिक अवैया गुजरात के बोटाद जिले के अडताला गांव के रहने वाले थे. उनके पिता देवराज अवैया यहां पर खेती करते हैं. डीएनए सैंपल में जैसे ही हार्दिक के शव की पुष्टि हुई, उनके पिता का दिल टूट गया. हार्दिक अवैया का पार्थिव शरीर रविवार को उनके गांव पहुंचा है और गांव में कोहराम मच गया. उनके परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है. बताया जाता है कि हार्दिक के पिता ने अपनी जमीन बेचकर उन्हें लंदन पढ़ने भेजा था. हार्दिक पिछले तीन साल से फिजियोथैरेपी की लंदन में पढ़ाई कर रहे थे और वहीं पर काम भी करते थे.
हार्दिक ने हाल ही में विभूति पटेल से सगाई करने वाले थे और दोनों अपने-अपने परिवारों के साथ इस खुशी को बांटने के लिए गुजरात लौटे थे. क्रैश में विभूति की भी मौत हो गई है. विभूति सूरत के कच्छ के उम्भेल गांव की रहने वाली थीं. लीसेस्टर कॉलेज में मास्टर डिग्री करने के लिए यूके जाने से पहले उन्होंने सूरत के एक कॉलेज से फिजियोथेरेपी में स्नातक की डिग्री पूरी की थी. लीसेस्टर के कॉलेज में ही उनकी मुलाकात हार्दिक से हुई थी. विभूति कभी उम्भेल ग्राम पंचायत की सदस्य थीं. पिछले हफ्ते ही दोनोंने उम्भेल में अपनी सगाई का जश्न मनाया था. विभूति के पिता एक स्थानीय केला सहकारी समिति में क्लर्क के रूप में काम करते हैं.
अधिकारियों के अनुसार अब तक डीएनए टेस्ट के जरिए अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान दुर्घटना के 31 पीड़ितों की पहचान हो चुकी है और 12 परिवारों ने अब तक शवों का दावा किया है. क्रैश में बोइंग 787-8 में सवार 242 यात्रियों और चालक दल में से एक को छोड़कर सभी और जमीन पर पांच एमबीबीएस छात्रों सहित 29 और लोगों की मौत हो गई है. प्लेन सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही क्षण बाद बीजे मेडिकल कॉलेज के कैंपस में क्रैश हो गया था.
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