Edible Oil Imports: भारत में खाद्य तेलों के आयात में इतना आया उछाल, कच्चे पाम ऑयल की आईं सबसे ज्यादा खेपें

Edible Oil Imports: भारत में खाद्य तेलों के आयात में इतना आया उछाल, कच्चे पाम ऑयल की आईं सबसे ज्यादा खेपें

Edible Oil Imports: भारत में कुल खाद्य तेल आयात में एक बड़ा योगदान देने वाले कच्चे पाम तेल के आयात में अगस्त में 39.79 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई.भारत को कच्चे पाम तेल की अधिक आपूर्ति के कारण अगस्त में खाद्य तेल के आयात में 5.55 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई.

देसी खाद्य तेलों के दाम दे रहे पाम ऑयल के रेट को टक्‍कर. (सांकेतिक तस्‍वीर)देसी खाद्य तेलों के दाम दे रहे पाम ऑयल के रेट को टक्‍कर. (सांकेतिक तस्‍वीर)
क‍िसान तक
  • नोएडा,
  • Sep 16, 2025,
  • Updated Sep 16, 2025, 12:41 PM IST

भारत में कच्चे पाम तेल (सीपीओ) की बढ़ी हुई खेपों के कारण अगस्त में खाद्य तेलों के आयात में 5.55 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया. सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SEA) के अनुसार, भारत ने अगस्त 2025 में 16.21 लाख टन खाद्य तेल का आयात किया, जबकि अगस्त 2024 में यह आंकड़ा 15.36 लाख टन था. भारत में कुल खाद्य तेल आयात में एक बड़ा योगदान देने वाले कच्चे पाम तेल के आयात में अगस्त में 39.79 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई. देश ने अगस्त 2025 में 9.79 लाख टन सीपीओ का आयात किया, जबकि अगस्त 2024 में यह आंकड़ा 7 लाख टन था.

तेल वर्ष 2024-25 के पहले 10 महीनों का हाल

भारत ने तेल वर्ष 2024-25 (नवंबर-अक्टूबर) के पहले 10 महीनों के दौरान 123.78 लीटर खाद्य तेल का आयात किया, जबकि पिछले तेल वर्ष की इसी अवधि में 134.71 लीटर का आयात हुआ था, जो 8.11 प्रतिशत की गिरावट दर्शाता है. भारत का सीपीओ आयात नवंबर-अगस्त 2024-25 के दौरान घटकर 50.89 लीटर रह गया, जबकि तेल वर्ष 2023-24 की इसी अवधि में यह 59.40 लीटर था. तेल वर्ष 2024-25 के पहले 10 महीनों के दौरान आरबीडी पामोलिन के आयात में भारी गिरावट आई.

रिफाइंड पामोलीन का आयात घटा, कच्चे खाद्य तेलों की मांग बढ़ी

अंग्रेजी अखबार 'बिजनेस लाइन' की रिपोर्ट में एसईए के कार्यकारी निदेशक बीवी मेहता बताते हैं कि 31 मई, 2025 से सीपीओ और आरबीडी पामोलीन के बीच आयात शुल्क अंतर को 8.25 प्रतिशत से बढ़ाकर 19.25 प्रतिशत करने से रिफाइंड तेल का आयात अलाभकारी हो गया है. इसके बाद, रिफाइंड तेल का आयात जुलाई 2025 में घटकर 5,000 टन और अगस्त 2025 में 8,000 टन रह गया, जबकि जुलाई 2024 में यह 1.36 टन और अगस्त 2024 में 92,130 टन था. 

शुल्क अंतर बढ़ाने के सरकार के फैसले को एक साहसिक और समयोचित कदम बताते हुए उन्होंने कहा कि इससे रिफाइंड पामोलीन के आयात में कमी आने लगी है. इससे कच्चे खाद्य तेलों की मांग फिर से बढ़ने लगी, जिससे घरेलू रिफाइनिंग क्षेत्र में नई जान आ गई.

उद्योग और उपभोक्ताओं के लिए अच्छी स्थिति

यह कदम प्रधानमंत्री के 'मेक इन इंडिया' के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देता है, क्षमता उपयोग बढ़ाता है, मूल्यवर्धन को प्रोत्साहित करता है और रोजगार के अवसर पैदा करता है. मेहता ने कहा कि यह उद्योग और उपभोक्ताओं, दोनों के लिए एक जीत-जीत वाली स्थिति है. उन्होंने बताया कि नेपाल ने SAFTA समझौते के तहत भारत को शून्य शुल्क पर रिफाइंड सोयाबीन तेल, सूरजमुखी तेल और थोड़ी मात्रा में आरबीडी पामोलिन और रेपसीड तेल का निर्यात किया है. उन्होंने बताया कि नवंबर 2024 से जुलाई 2025 तक नेपाल से आयात 5.89 लीटर रहा. इसे ध्यान में रखते हुए, तेल वर्ष 2024-25 के पहले 10 महीनों के दौरान कुल खाद्य तेलों का आयात 129.7 लीटर रहा.

रिफाइंड बनाम कच्चे तेल का खेल

भारत ने तेल वर्ष 2024-25 के पहले 10 महीनों के दौरान 9.95 लाख टन रिफाइंड तेल (आरबीडी पामोलिन) और 113.82 लाख टन कच्चे खाद्य तेल का आयात किया. आरबीडी पामोलिन के कम आयात के कारण रिफाइंड तेल का अनुपात 12 प्रतिशत से घटकर 8 प्रतिशत हो गया. सोयाबीन तेल के आयात में वृद्धि के कारण कच्चे खाद्य तेल का अनुपात 88 प्रतिशत से बढ़कर 92 प्रतिशत हो गया है. नवंबर-अगस्त 2024-25 के दौरान भारत का सोयाबीन तेल आयात बढ़कर 38.90 लाख टन हो गया, जबकि इस अवधि के दौरान सूरजमुखी तेल का आयात घटकर 23.49 लाख टन रह गया.

इन देशों से हुआ सबसे ज्यादा आयात

नवंबर-अगस्त 2024-25 के दौरान, इंडोनेशिया ने 22.61 लाख टन सीपीओ और 8.30 लाख टन आरबीडी पामोलिन का निर्यात किया. इसके बाद मलेशिया ने 20.21 लाख टन सीपीओ और 1.29 लाख टन आरबीडी पामोलिन का निर्यात किया. भारत ने अर्जेंटीना से 23.85 लाख टन कच्चा सोयाबीन डिगम्ड तेल आयात किया, उसके बाद ब्राज़ील से 8.86 लाख टन, अमेरिका से 1.88 लाख टन और रूस से 1.92 लाख टन कच्चा सोयाबीन तेल आयात किया. भारत ने रूस से 12.02 लाख टन कच्चा सूरजमुखी तेल आयात किया, उसके बाद यूक्रेन से 5.76 लाख टन और अर्जेंटीना से 3.77 लाख टन कच्चा सूरजमुखी तेल आयात किया.

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