भिंडी एक लोकप्रिय सब्जी है. सब्जियों में भिंडी का प्रमुख स्थान है जिसे लोग लेडी फिंगर या ओकरा के नाम से भी जानते हैं. भिंडी की सब्जी तो आपने खाई ही होगी. कुछ लोग भिंडी की भुजिया बनाते हैं तो कुछ भरवा भिंडी खाना पसंद करते हैं. ऐसे में हमें यह भी जानना चाहिए कि भिंडी की खेती कैसे आपके इस स्वाद को बढ़ाती है. इतना ही नहीं, भिंडी की खेती किसानों की कमाई भी बढ़ाने वाली है. भिंडी की अगेती फसल लगाकर किसान अधिक मुनाफा भी कमाते हैं. मुख्य रूप से भिंडी में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, खनिज लवण जैसे कैल्शियम, फास्फोरस के अतिरिक्त विटामिन ‘ए’, बी, ‘सी’, थाईमीन और रिबोफ्लेविन भी पाया जाता है.
अगर आप भी भिंडी की खेती करना चाहते हैं और उसकी उन्नत वैरायटी पूसा-5 और अर्का अनामिका का बीज मंगवाना चाहते हैं तो आप नीचे दी गई जानकारी की सहायता से बीज ऑनलाइन अपने घर पर मंगवा सकते हैं.
राष्ट्रीय बीज निगम (National Seeds Corporation) किसानों की सुविधा के लिए ऑनलाइन भिंडी की उन्नत पूसा-5 और अर्का अनामिका किस्म का बीज बेच रहा है. इस बीज को आप ओएनडीसी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं. यहां किसानों को कई अन्य प्रकार की फसलों के बीज भी आसानी से मिल जाएंगे. किसान इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर पर डिलीवरी करवा सकते हैं.
भिंडी की अर्का अनामिका किस्म येलो वेन मोजेक विषाणु रोग से खुद का बचाव करने में सक्षम है. इसके पौधे की लंबाई 120-150 सेमी. तक होती है और इसमें कई शाखाएं भी होती हैं. इस किस्म की भिंडी के फलों में रोंए नहीं होते और वह मुलायम होती है. यह किस्म गर्मी और बरसात दोनों के लिए उपयुक्त है. वहीं भिंडी की उत्पादन की दृष्टि से उन्नत किस्मों में पूसा-5 किस्म काफी लोकप्रिय है. यह गर्मी के मौसम में 40 से 45 दिन और वर्षा के मौसम में 60 से 65 दिन के बाद तैयार हो जाती है.
अगर आप भी भिंडी की पूसा-5 और अर्का अनामिका किस्म की खेती करना चाहते हैं तो पूसा-5 के बीज का 100 ग्राम का पैकेट फिलहाल 23 फीसदी की छूट के साथ 25 रुपये और अर्का अनामिका के 500 ग्राम का पैकेट भी 23 फीसदी के छूट के साथ 91 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम के वेबसाइट पर मिल जाएगा. इसे खरीद कर आप आसानी से खेती कर सकते हैं.
धनिया की पत्ती अपनी खुशबू और स्वाद के लिए जानी जाती है. धनिया को लोग सब्जी में मसालों के तौर पर प्रयोग करते हैं. यही नहीं ताजी धनिये की पत्तियां हर सब्जी में पकने बाद डाली जाती हैं, जो सब्जी के स्वाद को और बढ़ा देती हैं. धनिये की उन्नत किस्म है पंत हरितमा यानी PH किस्म. इसकी खासियत ये है कि इस किस्म की खेती में बेहतर पैदावार मिलती है. ये किस्म 120-125 दिनों में तैयार हो जाती है. इस किस्म की खेती करना चाहते हैं तो इस बीज का 100 ग्राम का पैकेट आपको मात्र 29 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएगा.
मूली कच्ची सब्जी के रूप में इस्तेमाल करने के लिए उगाई जाती है. इसकी खेती कंद सब्जी के रूप में की जाती है. मूली की जापानी सफेद वैरायटी विदेशी है और पहाड़ी इलाकों में इसे अधिक उगाया जाता है. इसकी ख़ासियत यह है कि बुवाई के दो महीने बाद ही ये किस्म तैयार हो जाती है. इस किस्म की मूली की जड़ें एकदम सफेद होती हैं. इस मूली का स्वाद मीठा होता है और प्रति हेक्टेयर इसकी उत्पादन क्षमता औसतन 25 से 30 टन है. अगर आप भी इस किस्म की खेती करना चाहते हैं तो इस बीज का 100 ग्राम का पैकेट 30 रुपये में मिल जाएगा.