राजस्थान के सीकर में आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी किसान सम्मान निधि की 14वीं किस्त जारी करने के लिए आ रहे हैं. उनके आने से पहले ही प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीएमओ आमने-सामने हो गए हैं. ट्विटर पर दोनों ओर से आरोप-प्रत्यारोप हुए हैं. दरअसल, पूरा मामला मोदी की सभा में गहलोत के नहीं जाने को लेकर हुआ है. सीएम गहलोत का कहना है कि पीएओ ने उनका पूर्व निर्धारित कार्यक्रम हटा दिया. जबकि पीएमओ ने जवाब में कहा कि गहलोत को आमंत्रित किया गया था,लेकिन उनके कार्यालय से उनके शामिल नहीं हो पाने की जानकारी दी गई.
हालांकि मुख्यमंत्री गहलोत वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से कार्यक्रम में शामिल हुए.
गुरूवार सुबह अशोक गहलोत ने ट्विटर पर लिखा, “माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी, आज आप राजस्थान पधार रहे हैं.आपके कार्यालय PMO ने मेरा पूर्व निर्धारित 3 मिनट का संबोधन कार्यक्रम से हटा दिया है इसलिए मैं आपका भाषण के माध्यम से स्वागत नहीं कर सकूंगा. अतः मैं इस ट्वीट के माध्यम से आपका राजस्थान में तहेदिल से स्वागत करता हूं.”
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इसके कुछ समय बाद पीएमओ ने गहलोत के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, “प्रोटोकॉल के अनुसार, आपको विधिवत आमंत्रित किया गया था और आपका भाषण भी निर्धारित किया गया था. लेकिन, आपके कार्यालय ने कहा कि आप शामिल नहीं हो पाएंगे. पीएम मोदी के पिछले दौरों के दौरान भी आपको हमेशा आमंत्रित किया गया है और आपने अपनी उपस्थिति से उन कार्यक्रमों की शोभा बढ़ाई है.”
पीएमओ ने इसके बाद लिखा, “आज के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आपका हार्दिक स्वागत है. विकास कार्यों की पट्टिका पर भी आपका नाम है. आपकी उपस्थिति महत्वपूर्ण है.”
पीएमओ के जवाब के बाद भी मामला ठंडा नहीं हुआ. इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ट्विटर हैंडल से एक और ट्वीट हुआ, जिसमें पीएमओ की ओर से मिले पत्र थे. इनमें गहलोत के भाषण का जिक्र है. मिनट-टू-मिनट प्रोग्राम के अनुसार सीएम गहलोत का भाषण 11.26 बजे होना था. गहलोत का आरोप है कि पीएमओ ने उनका तीन मिनट का भाषण कार्यक्रम में से हटा दिया.
इस ट्वीट में पत्रों के साथ गहलोत ने लिखा, “माननीय प्रधानमंत्री जी, आपके कार्यालय ने मेरे ट्वीट पर संज्ञान लिया परन्तु संभवत: उन्हें भी तथ्यों से अवगत नहीं करवाया गया है. भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय से भेजे गए प्रस्तावित मिनट टू मिनट कार्यक्रम में मेरा संबोधन रखा गया था. कल रात को मुझे पुन: अवगत करवाया गया कि मेरा संबोधन नहीं होगा. मेरे कार्यालय ने भारत सरकार को अवगत करवाया था कि डॉक्टर्स की राय के अनुसार पैर में लगी चोट के कारण मैं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कार्यक्रम में शामिल रहूंगा एवं मेरे मंत्रिगण कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे. अभी भी मैं राजस्थान के हित के इस कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नॉन इनटरेक्टिव मोड पर शामिल रहूंगा. आपके संज्ञान के लिए पूर्व में प्राप्त मिनट टू मिनट एवं मेरे कार्यालय से भेजा गया पत्र साझा कर रहा हूं.”
प्रधानमंत्री ने सीकर में अपने भाषण के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अच्छे स्वास्थ्य की कामना की. उन्होंने कहा, "राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस कार्यक्रम में शामिल होना था, लेकिन वे अपने पैरों में चोट के कारण नहीं आ पाए. मैं उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं. "