UP: योगी सरकार आज से 75 जिलों में आयोजित करेगी स्वदेशी मेला, गांव के छोटे कारीगरों को मिलेगा बड़ा मंच

UP: योगी सरकार आज से 75 जिलों में आयोजित करेगी स्वदेशी मेला, गांव के छोटे कारीगरों को मिलेगा बड़ा मंच

Swadeshi Mela in UP: मंत्री राकेश सचान ने कहा कि जैसे यूपीआईटीएस के संस्करणों ने प्रदेश के उद्यमियों, कारीगरों व शिल्पियों के उत्पादों को देशी- विदेशी मंच मिला, ठीक उसी तर्ज पर अब जिलों में भी अवसर उप्लब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू की गई है.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Photo-Social Media)उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Photo-Social Media)
क‍िसान तक
  • LUCKNOW,
  • Oct 09, 2025,
  • Updated Oct 09, 2025, 8:53 AM IST

उत्तर प्रदेश को 'विकसित व आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश' बनाने की दिशा में प्रयासरत योगी सरकार उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (यूपीआईटीएस) के तृतीय संस्करण के सफल आयोजन के बाद अब एक और अभिनव प्रयास करने जा रही है. प्रदेश के 75 जिलों में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई), खादी, हथकरघा व हस्तशिल्प उत्पादों को बढ़ावा देने और जिला स्तर पर उन्हें बड़ा मंच उपलब्ध कराने की दिशा में योगी सरकार 9 से 19 अक्टूबर के मध्य स्वदेशी मेलों का आयोजन कराने जा रही है. सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी, हथकरघा तथा वस्त्र मंत्री राकेश सचान ने यह जानकारी दी.

'वोकल फॉर लोकल' को मिलेगा बढ़ावा

उन्होंने दीपावली के शुभ अवसर पर लोगों से इन मेलों में आने और स्थानीय उत्पादों को खरीदकर 'वोकल फॉर लोकल' की परिकल्पना को साकार करने की अपील भी की.  सचान ने कहा कि प्रदेशव्यापी स्वदेशी मेला के आयोजन के जरिए एक बड़ा मंच उपलब्ध कराया जा रहा है, जो दीपावली पर्व के अवसर पर छोटे उद्यमियों, हस्तशिल्पियों व कारीगरों के चेहरों पर प्रसन्नता व घरों में खुशहाली लाने का माध्यम बनेगा.  

छोटे कारीगरों को मिलेगी बड़ी मदद

मंत्री राकेश सचान ने कहा कि जैसे यूपीआईटीएस के संस्करणों ने प्रदेश के उद्यमियों, कारीगरों व शिल्पियों के उत्पादों को देशी- विदेशी मंच मिला, ठीक उसी तर्ज पर अब जिलों में भी अवसर उप्लब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू की गई है. प्रदेश के सभी जिलों में अधिक फुटफॉल वाले क्षेत्रों में इन मेलों का आयोजन होगा जो कि टेंट आदि लगाकर किया जाएगा. इन आयोजन में गांवों से आने वाले छोटे कारीगरों को अपने उत्पाद लाने के लिए किराया व हर प्रकार की मदद उपलब्ध कराने का आश्वासन भी उन्होंने दिया. 

गोरखपुर में सीएम योगी करेंगे मेले का शुभारंभ

उन्होंने बताया कि स्वदेशी मेले के जरिए जिला स्तर पर उद्यमियों, कारीगरों व हस्तशिल्पियों को अपने उत्पाद बेचने का उत्तम मंच उपलब्ध कराया जा रहा है. मेलों में सांस्कृतिक विभाग व संस्थाओं के माध्यम से तमाम प्रकार की कलाओं का भी प्रदर्शन होगा. इन कार्यक्रमों के उद्घाटन के लिए प्रभारी मंत्री, विधायक व अध्यक्षों को सूचित कर दिया गया है. उनके अनुसार, प्रदेश में 9 अक्टूबर से अधिकतर क्षेत्रों में  मेलों का आयोजन शुरू होगा जो कि 18 तक चलेगा. वहीं, जिन क्षेत्रों में 10 अक्टूबर को मेले का शुभारंभ होगा वहां 19 अक्टूबर को समापन होगा. वहीं 10 अक्टूबर को गोरखपुर में सीएम योगी आदित्यनाथ मेले का शुभारंभ कर सकते हैं.

96 लाख इकाइयों का जिले स्तर पर प्रदर्शन

राकेश सचान के अनुसार, यह पहल आत्मनिर्भर भारत-आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश तथा विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश के लक्ष्य को आगे बढ़ाने में सफल होगी जिसमें एमएसएमई की 96 लाख इकाइयों का जिले स्तर पर प्रदर्शन का मार्ग सुनिश्चित होगा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन है कि हमें अपने स्थानीय उत्पादों, हस्तशिल्पियों व कारीगरों को प्रोत्साहित करना है. 

दीपावली पर स्वदेशी उत्पादों को मिलेगा बढ़ावा

ऐसे में, मेले के माध्यम से दीपावली के पूर्व होने वाली खरीदारी में लोग आएं और माटीकला बोर्ड द्वारा तैयार किए गए दीये व कलाकृतियों, सीएम युवा मुहिम के अंतर्गत झालर आदि बनाने वाले कलाकारों, विश्वकर्मा श्रम सम्मान के माध्यम से ओडीओपी के हस्तशिल्पी कारीगर, खादी ग्रामोद्योग से जुड़े जो लोग हैं इनके उत्पाद अगर प्रदेशवासी खरीदेंगे तो गांवों के कारीगर लाभान्वित होंगे.

युवाओं को 5 लाख रुपये तक का ऋण उपलब्ध

यह आपके घरों में समृद्धि तो लाएगी ही विदेशी उत्पादों पर निर्भरता को खत्म करेगी. उन्होंने कहा कि दीपावली के अवसर पर गांवों से जुड़े उत्पादों की बिक्री होगी तो इसका लाभ गांव-गांव तक पहुंचेगा. इससे कारीगरों, हस्तशिल्पियों व उद्यमियों को बढ़ावा मिलेगा और उनकी भी दीपावली अच्छी मन सकेगी. राकेश सचान ने बताया कि प्रदेश में सीएम युवा उद्यमी योजना के अंतर्गत युवाओं को स्वरोजगार हेतु 5 लाख रुपए तक का ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है तथा इस योजना से प्रदेश के 95 हजार से अधिक युवाओं को जोड़ा जा चुका है. 

ये भी पढे़ं-

UP के कई जिलों में तेजी से बढ़ा पारा; कब से पड़ेगी कड़ाके की ठंड? IMD का आया लेटेस्ट अपडेट 

कानपुर के कृषि विश्वविद्यालय में 13 अक्टूबर से शुरू होगा मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण, ऐसे करें रजिस्ट्रेशन

Mustard Variety: अक्टूबर में करें सरसों की अगेती बुवाई, ये किस्में देंगी 35 क्विंटल तक पैदावार

MORE NEWS

Read more!