खुदरा बाजार में टमाटर की बढ़ती कीमतों से राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने एनसीसीएफ के जरिए सस्ती दर में टमाटर बेचना शुरू कर दिया है. दिल्ली एनसीआर के कई बाजारों में 120 रुपये प्रति किलो टमाटर का भाव चल रहा है. लेकिन, सब्सिडी के साथ उपभोक्ताओं को 55 रुपये सस्ता टमाटर मिलेगा. यानी एनसीसीएफ के जरिए लोग केवल 65 रुपये प्रति किलो की दर से टमाटर खरीद सकते हैं. एनसीसीएफ के स्टोर्स और मोबाइल वैन के जरिए टमाटर की बिक्री की जा रही है.
उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अंतर्गत उपभोक्ता मामले विभाग की सचिव निधि खरे ने आज 65 रुपये प्रति किलोग्राम टमाटर बेचने वाली राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड (एनसीसीएफ) वैन को हरी झंडी दिखाई है. एनसीसीएफ ने मंडियों से सीधे टमाटर खरीदकर और उन्हें 65 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर आम जनता के लिए बेचने की पहल की है.
इस पहल का उद्देश्य उपभोक्ताओं को टमाटर की कीमतों में हाल ही में हुई बढ़ोतरी से बचाना और बिचौलियों को अप्रत्याशित लाभ से दूर रखना है. एनसीसीएफ देशभर के प्रमुख शहरों में खुदरा उपभोक्ताओं को सरकारी बफर से 35 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से प्याज की आपूर्ति भी कर रहा है. मंडियों में लगातार अच्छी मात्रा में आवक के बावजूद हाल के हफ्तों में टमाटर की खुदरा कीमत में अनुचित बढ़ोतरी देखी गई है.
आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र जैसे प्रमुख टमाटर उत्पादक राज्यों में लंबे समय तक मानसून के कारण बारिश और आर्द्रता बढ़ने के कारण हाल के हफ्तों में क्वालिटी पर असर पड़ा है. ज्यादा डिमांड वाले त्योहारी सीजन में मौजूदा कीमतों में बढ़ोतरी में बाजार के बिचौलियों की संभावित भूमिका से इंकार नहीं किया जा सकता है.
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एनसीसीएफ का हस्तक्षेप निष्पक्ष व्यापार प्रथाओं को बढ़ावा देने, मूल्य स्थिरता सुनिश्चित करने और उपभोक्ता हितों की रक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. किसानों से सीधे जुड़कर और रियायती दर पर टमाटर की पेशकश करके, संगठन उपभोक्ताओं पर मूल्य में उतार-चढ़ाव के प्रभाव को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. इस पहल का उद्देश्य देश भर के विभिन्न स्थानों में उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचाना है तथा उन्हें इस आवश्यक वस्तु के लिए अधिक किफायती विकल्प उपलब्ध कराना है.