उत्तर प्रदेश में टमाटर (Tomato) की बढ़ी हुई कीमतों ने खाने का स्वाद बिगाड़ कर रख दिया है. यही वजह है कि टमाटर अब आम आदमी के रसोई से बाहर होता जा रहा है. मंहगे टमाटरों को लिए कई जगह से लूटपाट की खबरें सामने आ रही हैं. इसी बीच वाराणसी के एक सब्जी विक्रेता ने हैरान करने वाला फैसला किया. जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है. इस खबर को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर शेयर करते हुए, दुकानदार के लिए बीजेपी सरकार से जेड प्लस सुरक्षा की मांग की. उन्होंने ट्विटर पर लिखा बीजेपी टमाटर को ‘Z PLUS’ सुरक्षा दे.
सपा प्रमुख ने ट्वीट करते हुए आगे कहा कि वाराणसी में महंगाई जैसे जनहित के विषय पर सरकार का ध्यानाकर्षण करनेवाले सब्ज़ीवाले को थाने में बिठाना कहां तक उचित है. इस समाचार के फैलने से प्रदेशभर के समस्त सब्ज़ी विक्रेता आक्रोशित हो रहे हैं. उस सब्जीवाले को तुरंत छोड़ा जाए.
दरअसल उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एक सब्जी बेचने वाले दुकानदार ने टमाटर से कस्टमरों को दूर रखने के लिए बाउंसर रखे हैं. है न चौंकाने वाला फैसला, बता दें कि टमाटर की कीमतों में बीते कुछ दिनों में बेतहाशा इजाफा हुआ है. वहीं बाउंसर रखने की वजह बताते हुए दुकानदार अजय फौजी ने बताया कि टमाटर की कीमत बहुत ज्यादा हो गई है, जिससे टमाटर के लिए कई जगह पर लोग मारपीट और लूटपाट कर रहे हैं. इसी प्रकार के विवाद और लूटपाट से बचने के लिए हमने दुकान के बाहर बाउंसर रखे हैं.
ये भी पढ़ें: Tomato Price Hike: चोरी के बाद टमाटरों की रखवाली करने को मजबूर हुए किसान, पढ़ें पूरी रिपोर्ट
उधर, राजधानी लखनऊ में बढ़ती महंगाई के खिलाफ आम आदमी पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं ने पैदल मार्च कर केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला. महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्षा नीलम यादव ने इस मौके पर कहा सरकार की गलत नीतियों की वजह से आटा, दाल, सब्जी, तेल, घरेलू सिलेंडर, पेट्रोल-डीजल और दवाओं की कीमतें आसमान छू रही है. गरीब और जरूरतमंद जनता को दो वक्त का खाना तक नसीब नहीं हो पा रहा है.बढ़ती महंगाई के कारण महिलाओं का रसोई बजट गड़बड़ा गया है महिलाओं को घर परिवार चलाने में दिक्कतें उठानी पड़ रही है.
हम टमाटर की बात करें तो 160 से लेकर 180 रुपये किलो तक बिक रहा है. कारण यह है कि बारिश में लोकल टमाटर की फसल खराब हो गई है. बाहर से आने वाले टमाटर की अपेक्षित आपूर्ति नहीं मिल पा रही है. शहर से लेकर गांव तक में टमाटर महंगा बिक रहा है. (लखनऊ से नवीन लाल सूरी की रिपोर्ट)