राजस्थान में कल रात अफरा-तफरी का माहौल था. पेट्रोल पंप पर लंबी लाइने लगी हुई थी. वजह ये कि आज से पेट्रोल पंप मालिकों ने दो दिवसीय हड़ताल का ऐलान कर दिया है. चेतावनी भी दी गई है कि 15 सितंबर तक मांगें पूरी नहीं होती हैं तो यह एक अनिश्चितकालीन हड़ताल बन जाएगी. अब सवाल ये कि मांगें क्या हैं? मांग ये है कि पेट्रोल डीजल पर वैट की दरों को कम किया जाए. अब जानिए ये पूरा मामला आखिर है क्या और दूसरे राज्यों में पेट्रोल डीजल का क्या रेट है. कैसे पेट्रोल डीजल का रेट बढ़ना किसान से लेकर आम आदमी तक की जिंदगी को मुश्किल बना देता है.
डीजल पंप सेटों को चलाने के लिए इस्तेमाल होता है. राजस्थान के कई इलाके ऐसे हैं जहां घोर सूखा है. इन इलाकों में पंप सेट और बोरवेल ही सिंचाई के माध्यम हैं. लेकिन पंपों पर तालाबंदी होने से किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. किसान डीजल के लिए दर-दर भटक रहे हैं. उनकी फसलों पर आफत टूट पड़ी है.
आम आदमी को रोजाना की आवाजाही के लिए जहां पेट्रोल की जरूरत होती है और उसका दाम बढ़ना परेशानी खड़ी करती है. वहीं किसान को ट्रैक्टर इत्यादि के लिए डीजल की जरूरत होती है और उसका दाम बढ़ना उनकी खेती की लागत को और बढ़ा देता है. फिर पेट्रोल डीजल के बढ़ते दाम सब्जी, फल और अन्य खाद्य उत्पादों के ट्रांसपोर्टेशन को बढ़ा देते हैं और इसके साथ ही बढ़ जाती है महंगाई.
अब लौटकर आते हैं उन दामों पर जिसकी वजह से होती हैं ये हड़ताल और आम आदमी होता है परेशान. राजस्थान में हालात ये हैं कि कई जगहों पर पेट्रोल के दाम 110 को पार चले गए हैं जबकि डीजल 98 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है. आइए जानते हैं पड़ोसी राज्यों में कितना है पेट्रोल-डीजल का दाम.
राज्य | पेट्रोल | डीजल |
पंजाब | 98.74 रुपये लीटर | 89.04 रुपये लीटर |
हरियाणा | 97.34 रुपये लीटर | 90.19 रुपये लीटर |
उत्तर प्रदेश | 90.30 रुपये लीटर | 89.55 रुपये लीटर |
गुजरात | 96.42 रुपये लीटर | 92.17 रुपये लीटर |
दिल्ली | 96.72 रुपये लीटर | 89.62 रुपये लीटर |
इन आंकड़ों से साफ है कि राजस्थान में पेट्रोल-डीजल अपने पड़ोसी राज्यों से 10-12 रुपये महंगा बिक रहा है. राजस्थान के पेट्रोल एसोसिएशन का तर्क है कि अगर वैट घटे तो राजस्थान में पेट्रोल लगभग 16 रुपये और डीजल 11 रुपए सस्ता हो जाएगा. फिलहाल पूरे राजस्थान में हंगामा जारी है.
ये भी पढ़ें:- Photo Quiz: कटप्पा बादाम के बारे में जानते हैं? फायदे जानकर दंग रह जाएंगे आप
अब आप ये समझ लीजिए कि वैट कैसे तय होता है. केंद्र सरकार पूरे देश में एक जैसा ही टैक्स लगाती है, लेकिन उस वस्तु का मूल्य हर राज्य के अनुसार अलग-अलग होता है. पेट्रोल-डीजल की बात करें तो मान लीजिए केंद्र सरकार उस पर 10 रुपये का वैट टैक्स लगाती है तो यह 10 रुपए का वैट टैक्स केंद्र सरकार के द्वारा हर राज्य पर एक जैसा ही होगा.
अब यह भारत के विभिन्न राज्यों की राज्य सरकार पर निर्भर करता है कि वह अपनी ओर से पेट्रोल-डीजल पर कितने प्रतिशत तक का वैट टैक्स लगा रही हैं, उदाहरण के लिए आप पेट्रोल का असली मूल्य 60 रुपए मान लीजिए और उस पर केंद्र सरकार का 10 रुपए का वैट टैक्स जोड़ कर इसका मूल्य 70 रुपए हो जाता है. अब इस पर गुजरात सरकार 20 रुपए का वैट टैक्स लगाती है तो वह पेट्रोल 90 रुपये बिकेगा और राजस्थान सरकार इस पर 40 रुपए का वैट टैक्स लगाती है तो वही पेट्रोल राजस्थान में 110 रुपए का बिकेगा. अब ये तो आने वाले दिनों में ही मालूम चलेगा कि राजस्थान में पेट्रोल-डीजल के दाम को लेकर क्या फैसला होता है.