Bihar: मुआवजा मांग रहे किसानों पर पुलिस का लाठीचार्ज, विरोध में भड़का बवाल

Bihar: मुआवजा मांग रहे किसानों पर पुलिस का लाठीचार्ज, विरोध में भड़का बवाल

किसानों ने वर्तमान दर के हिसाब से अधिग्रहण की जाने वाली जमीन के मुआवजे की मांग की है. दूसरी ओर कंपनी पुराने दर पर ही मुआवजा देकर जमीन अधिग्रहण कर रही है. इसके विरोध में पिछले दो महीने से किसान आंदोलन कर रहे हैं. इसी बात को लेकर बवाल हुआ है.

बक्सर में किसानों पर लाठीचार्ज के बाद बवालबक्सर में किसानों पर लाठीचार्ज के बाद बवाल
क‍िसान तक
  • Buxar,
  • Jan 11, 2023,
  • Updated Jan 11, 2023, 2:57 PM IST

बिहार में बक्सर जिले के चौसा प्रखंड के बनारपुर में पुलिस ने किसानों पर लाठियां चलाई है. यहां किसानों पर आधी रात को लाठीचार्ज किया गया. किसान पिछले दो महीने से मुआवजे की मांग कर रहे थे. इस पर भड़की पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. चौसा में एक पावर प्लांट के लिए किसानों की भूमि का अधिग्रहण 2010-11 से पहले किया गया था. उस वक्त किसानों को 2010-11 के अनुसार मुआवजे का पेमेंट किया गया था. इसके बाद कंपनी ने 2022 में किसानों की जमीन का अधिग्रहण शुरू किया. किसानों ने वर्तमान दर के हिसाब से अधिग्रहण की जाने वाली जमीन के मुआवजे की मांग की. दूसरी ओर कंपनी पुराने दर पर ही मुआवजा देकर जमीन अधिग्रहण कर रही है. इसके विरोध में पिछले दो महीने से किसान आंदोलन कर रहे हैं. इसी दौरान मंगलवार रात को पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया.

इस घटना के बाद पूरे इलाके में बवाल हो गया और लाठीचार्ज के विरोध में लोगों ने बसों में आग लगा दी. एक खाली घर में आग लगने की घटना भी देखी गई. एक खाली कंटेनर में भी आग लगा दी गई. इस घटना का वीडियो किसानों ने परिजनों ने जारी किया है जिसमें पुलिस की बर्बर कार्रवाई सामने आई है. पुलिस को जबरन घर घुलवाते और लोगों पर लाठियां भांजते देखा जा रहा है. वीडियो में महिलाओं के रोने की आवाज भी सुनी जा सकती है. महिलाओं के साथ बच्चों के रोने की भी आवाजें आ रही हैं. इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है जिसमें किसानों के घर के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस की मौजूदगी देखी जा रही है.

विरोध में उग्र हुआ प्रदर्शन

इस घटना के बाद नाराज लोगों ने बसों और पुलिस की गाड़ी में आग लगा दी. घटना बक्सर के चौसा पावर प्लांट की है जहां आग लगाने की घटना सामने आई है. चौसा पावर प्लांट केंद्र सरकार की परियोजना है. इस पावर प्लांट पर किसानों ने तोड़फोड़ और आगजनी की है. पावर प्लांट के एक शेड से धुआं उठते हुए देखा गया है. यहां किसान पिछले 88 दिनों से मुआवजे की मांग को लेकर विरोध कर रहे हैं. इसी दौरान पिछली रात पुलिस ने किसानों पर आधी रात को लाठीचार्ज कर दिया. इसका वीडियो सामने आने के बाद किसानों ने हंगामा कर दिया.

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चौसा में पावर प्लांट बन रहा है जिसे फूंकने की कोशिश की गई. हंगामे के चलते इस प्लांट का निर्माण कार्य रुक गया है. विरोध में किसानों ने पुलिस के वज्र वाहन और बसों में आग लगा दी. बाद में पुलिस की सख्ती के बाद मामला कुछ ठंडा पड़ा और किसान उग्र आंदोलन से पीछे हटे.

क्या है मामला

चौसा में थर्मल पावर प्लांट लगाने से पहले जिले के किसानों को एसजेवीएन कंपनी ने आश्वासन दिया था पावर प्लांट लगने के बाद यहां तेजी से विकास होगा. यह भी आश्वासन दिया गया था कि कंपनी के सीएसआर फंड से यहां बड़े-बड़े स्कूल, होटल बनाए जाएंगे. रोजी रोजगार के संसाधन बढ़ाए जाएंगे. चारों तरफ खुशहाली होगी, नौकरी में स्थानीय लोगों को वरीयता दी जाएगी. लेकिन जैसे ही किसानों ने एग्रीमेंट पर दस्तखत किया, उसके बाद कंपनी अपने हिसाब से काम करने लगी. कंपनी के सभी कर्मियों की बहाली अन्य प्रदेशों से की गई. स्थानीय लोगों को किसी तरह की सुविधा नहीं दी गई. इससे किसानों में नाराजगी चल रही थी और वे पुरानी दर पर मुआवजा मांग रहे थे.

क्या कहते हैं अधिकारी

किसानों के खिलाफ कार्रवाई के बारे में मुफस्सिल थाने के थानेदार अमित कुमार ने बताया, एसजेवीएन पावर प्लांट के द्वारा जिन-जिन किसानों पर एफआईआर दर्ज की गई थी, जब पुलिस उन्हें पकड़ने गई तो लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया. इसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. हालांकि इसमें एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है जिसमें साफ दिखाई दे रहा है कि पुलिस किसान के घर के बाहर पहले से खड़ी है और दरवाजा बंद है. पुलिस को इस बात की भनक नहीं थी कि ग्रामीण इलाके के किसान भी अपने यहां सीसीटीवी लगाए होंगे.(पुष्पेंद्र की रिपोर्ट)

 

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