ग्वालियर में लगेगा गोबर आधारित CBG प्लांट, जान‍िए क्या होगा फायदा

ग्वालियर में लगेगा गोबर आधारित CBG प्लांट, जान‍िए क्या होगा फायदा

Compressed Bio Gas: केंद्रीय कृष‍ि मंत्री नरेंद्र स‍िंह तोमर ने कंप्रेस्ड बायो गैस प्लांट बनाने के काम की शुरुआत करवाई. वर्ष 2024 में शुरू होगा प्लांट. इसे बनाने पर 31 करोड़ रुपये की आएगी लागत. वेस्ट टू वैल्थ की थीम होगी सार्थक, गौशाला बनेगी आत्मनिर्भर.  

सीबीजी प्लांट का क्या होगा फायदा? (Photo-IOCL)सीबीजी प्लांट का क्या होगा फायदा? (Photo-IOCL)
क‍िसान तक
  • New Delhi ,
  • May 11, 2023,
  • Updated May 11, 2023, 5:35 PM IST

इंडियन ऑयल कारपोरेशन की मदद से आदर्श गौशाला, ग्वालियर में बृहस्पत‍िवार को गोबर आधारित सीबीजी संयंत्र (कंप्रेस्ड बायो गैस) बनाने की शुरुआत की गई. इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुरू से ही वेस्ट टू वैल्थ पर जोर रहा है. इस दिशा में यह सीबीजी संयंत्र काफी कारगर सिद्ध होगा. प्रकृति का जो सिद्धांत है, उसके अनुरूप काम करने से समाज-जीवन संतुलित रहता है और प्रकृति भी संतुलित रहती है, इसीलिए केंद्र सरकार द्वारा गोबरधन योजना भी लाई गई है. इससे काफी लोग जुड़ रहे हैं और उन्हें फायदा हो रहा है. 

तोमर ने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि ग्वालियर में ऋषि महाराज के मार्गदर्शन में लगभग 10 हजार गायों की सेवा इस गौशाला में की जा रही है और उनकी पहल पर ही यह सीबीजी संयंत्र लगाया जा रहा है. जिससे वेस्ट टू वैल्थ की थीम भी यहां सार्थक होगी. तोमर ने केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी और धर्मेंद्र प्रधान तथा इंडियन आयल कार्पोरेशन की टीम को भी धन्यवाद दिया, जिन्होंने 31 करोड़ रुपये की लागत से इस परियोजना को ग्वालियर में प्रारंभ करने का निर्णय लिया है. 

इसे भी पढ़ें: जलवायु पर‍िवर्तन के दौर में क्या कृष‍ि क्षेत्र के ल‍िए घातक होगा ICAR में बड़ा बदलाव? 

कब शुरू होगा प्लांट

केंद्रीय कृष‍ि मंत्री तोमर ने कहा कि वर्ष 2024 में यह संयंत्र चालू होगा. उसके बाद स्वच्छ भारत की दृष्टि से भी परियोजना सार्थक होगी. यह परियोजना गोबरधन योजना की पहल के रूप में है, साथ ही जैविक खेती को बढ़ावा देगी, प्रदूषण समाप्त करने की दिशा में कारगर होगी, इससे रोजगार के अवसर सृजित होंगे एवं गौशाला भी आत्मनिर्भर हो सकेगी. नगर निगम अपने वाहनों में इससे उत्पन्न ईंधन का उपयोग कर सकेगा. समाज व पर्यावरण को निश्चित रूप से इससे बहुत लाभ होगा. तोमर ने कहा कि हम जैविक व प्राकृतिक खेती की बात कर रहे हैं, उस दिशा में जाने में भी इससे मदद मिलेगी.  

क्या है कंप्रेस्ड बायो गैस

सीबीजी कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG) का एडवांस रूप है. जिसका गैस संचालित वाहनों में इस्तेमाल किया जा सकेगा. सीबीजी प्लांट में गीला कचरा निस्तारित होने के साथ ही गैस किट में सीबीजी इकट्ठी होगी. इससे जैविक खाद भी तैयार होगी. गीले कचरे का सही निस्तारण न किया जाए तो यह खतरनाक साब‍ित होता है. इससे निकलने वाली कार्बन डाई ऑक्साइड और मिथेन जैसी गैस ग्लोबल वार्मिंग की वजह हैं. इन गैसों का इस्तेमाल ऊर्जा के रूप में किया जा सकता है. सीबीजी प्लांट के जरिए इन गैसों को बायोफ्यूल के रूप में प्रयोग में लाया जाएगा. 

कार्यक्रम में केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्रीज्योतिरादित्य सिंधिया, मध्य प्रदेश के उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण (स्वतंत्र प्रभार) एवं नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह, गौशाला के संचालक ऋषि महाराज, इंडियन ऑयल के कार्यकारी निदेशक शांतनु गुप्ता, तेल उद्योग राज्य स्तरीय समन्वयक दीपक कुमार बसु सहित कई स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे.

इसे भी पढ़ें: Benefits of Nano Fertilizer: नैनो यूर‍िया और डीएपी के क‍ितने फायदे? यहां समझ‍िए पूरा गण‍ित

 

MORE NEWS

Read more!