तुअर की कीमतों में गिरावट के बीच एजेंसियों ने MSP पर खरीद बढ़ाई, अप्रैल तक दाल बेच सकेंगे किसान

तुअर की कीमतों में गिरावट के बीच एजेंसियों ने MSP पर खरीद बढ़ाई, अप्रैल तक दाल बेच सकेंगे किसान

पिछले दो साल की बात करें तो तुअर की कीमत एमएसपी से 35 परसेंट अधिक चल रही थी, जिसकी वजह से सरकारी एजेंसियों ने इसकी खरीद नहीं की. लेकिन इस बार अच्छी पैदावार होने से एजेंसियों ने तुअर खरीद में तेजी दिखाई है.

तुअर की कीमतों में गिरावटतुअर की कीमतों में गिरावट
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Mar 28, 2025,
  • Updated Mar 28, 2025, 5:30 PM IST

तुअर दाल की कीमतों में गिरावट जारी है. दूसरी ओर सरकार ने तुअर की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीद शुरू कर दी है जिसके बारे में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान जानकारी दे चुके हैं. दरअसल, बीते दो सालों से कम पैदावार के कारण तुअर दाल की कीमतें बढ़ी हुई थीं, जिससें मंडियों में तुअर दाल के दाम आसमान छू रहे थे. दाम में बढ़ोतरी के कारण सरकारी एजेंसियों ने खरीद रोक दी थी. वहीं, इस साल तुअर की अच्छी उपज होने से कीमतों में गिरावट देखी जा रही है. इस गिरावट के बीच सरकारी एजेंसियां किसानों से तुअर की खरीद कर रही हैं.

MSP पर तुअर की खरीद शुरू

पिछले दो साल की बात करें तो तुअर की कीमत एमएसपी से 35 परसेंट अधिक चल रही थी, जिसकी वजह से सरकारी एजेंसियों ने इसकी खरीद नहीं की. लेकिन इस बार अच्छी पैदावार होने से एजेंसियों ने तुअर खरीद में तेजी दिखाई है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, सरकारी एजेंसियों ने अब तक महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना सहित प्रमुख उत्पादक राज्यों में 2024-25 खरीफ सीजन में एमएसपी पर प्रीमियम दलहन किस्म तुअर की 2.4 लाख टन (एमटी) से अधिक की खरीद की है.

अप्रैल तक दाल बेच सकेंगे किसान

कृषि मंत्रालय ने गुरुवार को कर्नाटक में खरीद को एक महीने बढ़ाकर 1 मई तक करने की घोषणा की है, जो मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के तहत फसल कटाई के बाद निर्धारित 90 दिनों की खरीद अवधि से आगे है. वहीं, चालू खरीफ सीजन के लिए सहकारी संस्था नेफेड और एनसीसीएफ द्वारा दालों की खरीद अप्रैल के अंत तक जारी रहेगी. साथ ही जरूरत पड़ने पर इसे बढ़ाने पर विचार किया जाएगा. क्योंकि कृषि मंत्रालय ने इस सीजन में पीएसएस के तहत किसानों से 1.32 मीट्रिक टन तुअर खरीद को मंजूरी दी है.

ये भी पढ़ें:- सहजन को कूड़ेदान में फेंकने को मजबूर किसान, मंडी-बाजार में 10 रुपये किलो भी नहीं मिल रहा भाव

मंडी में 6800 रुपये तुअर का दाम

इस बीच, देश के व्यापार के केंद्र लातूर (महाराष्ट्र) में गुरुवार को तुअर की मंडी कीमतें 2024-25 सीजन के लिए 7550 रुपये प्रति क्विंटल के एमएसपी के मुकाबले 6800 रुपये प्रति क्विंटल से 7100 रुपये प्रति क्विंटल के बीच रही. वहीं, पिछले दो सालों के आंकड़े की बात करें तो उत्पादन में गिरावट के कारण मंडी में कीमतें 9,000 से 10,000 रुपये प्रति क्विंटल के बीच थीं, जो एमएसपी से काफी अधिक थीं, क्योंकि एजेंसियां बफर स्टॉक के लिए तुअर की खरीद नहीं कर रही थीं.

कीमतें घटकर 130 रुपये प्रति किलो

उपभोक्ता मामलों के विभाग के मूल्य निगरानी प्रकोष्ठ के अनुसार, गुरुवार को तुअर की मॉडल खुदरा कीमतें घटकर 130 रुपये प्रति किलो रह गईं, जो एक महीने पहले 160 रुपये प्रति किलो की तुलना में 18 फीसदी कम है. कृषि मंत्रालय ने पिछले साल अपने दूसरे अग्रिम अनुमान में 3.51 मीट्रिक टन उत्पादन का अनुमान लगाया था, जो 2023-24 फसल वर्ष में 3.41 मीट्रिक टन से थोड़ा अधिक है. भारत म्यांमार, मोजाम्बिक, मलावी और तंजानिया सहित कई देशों से लगभग 1 मीट्रिक टन तुअर का आयात करता है.

सरकार ने दी है खरीद की मंजूरी

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को कहा कि दलहनों का घरेलू उत्पादन बढ़ाने, किसानों को प्रोत्साहित करने और आयात पर निर्भरता कम करने के लिए सरकार ने खरीद वर्ष 2024-25 के लिए राज्य उत्पादन के 100 फीसदी पर पीएसएस के तहत अरहर, उड़द और मसूर की खरीद को मंजूरी दी है. पीएसएस के तहत अरहर, उड़द और मसूर पर 25 फीसदी की मौजूदा खरीद सीमा को 2023-24 और 2024-25 सत्रों के लिए हटा दिया गया है. शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘‘दलहनों में आत्मनिर्भरता हमारा संकल्प है और इसी परिप्रेक्ष्य में प्रमुख तुअर उत्पादक राज्यों में तुअर की खरीद की जा रही है, जिसमें तेजी आई है.’’

 

MORE NEWS

Read more!