आंध्रप्रदेश में प्याज और टमाटर की गिरती कीमतों को लेकर राजनीति तेज हो गई है. वाईएसआरसीपी प्रमुख और पूर्व सीएम वाई.एस. जगनमोहन रेड्डी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू किसानों की अनदेखी कर रहे हैं, जिसके चलते उन्हें अपनी उपज औने-पौने दामों पर बेचने को मजबूर होना पड़ रहा है. जगन रेड्डी ने कहा कि कुरनूल मंडी में प्याज मात्र 3 रुपये किलो और टमाटर 1.50 रुपये किलो बिक रहा है.
जगन रेड्डी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “क्या ये दाम सोच पाना भी संभव है? क्या किसानों को जीने का हक नहीं है? चंद्रबाबू नायडू ने रिकॉर्ड बना लिया है कि किस तरह फसल की कीमतें गिराकर किसानों को कर्ज और संकट में धकेला जाए.”
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि हफ्तों से किसान बदहाली झेल रहे हैं, लेकिन सरकार ने कोई सुध नहीं ली. उन्होंने सवाल उठाया, “ऐसी सरकार का क्या मतलब है जो अपने ही लोगों के सबसे कठिन वक्त में उनके साथ खड़ी न हो.”
जगन रेड्डी ने आगे आरोप लगाया कि नायडू सरकार ने अखबारों और विज्ञापनों में दावा किया था कि प्याज 1,200 रुपये प्रति क्विंटल खरीदा जाएगा, लेकिन वादे को पूरा करने के बजाय कुरनूल मंडी में नीलामी कराई गई जहां कोई खरीदार ही नहीं आया.
उन्होंने कहा कि यह एक सोची-समझी रणनीति लगती है, ताकि यह संदेश दिया जा सके कि कुछ किया ही नहीं जा सकता, जबकि हकीकत यह है कि निजी ऑनलाइन विक्रेता प्लेटफॉर्म और खुदरा दुकानों पर प्याज 29 से 32 रुपये किलो और रायतू बाजार में 25 रुपये किलो बिक रहा है. ऐसे में फिर किसान को उसका हक क्यों नहीं मिल रहा? क्या यह टीडीपी सरकार की नाकामी नहीं है?”
पूर्व सीएम ने टमाटर संकट पर ध्यान खींचते हुए कहा कि किसान मजबूरी में सड़कों पर माल फेंक रहे हैं, क्योंकि खरीददार ही नहीं हैं. इस पर उन्होंने नायडू से तुरंत दखल की मांग की और कहा कि सरकार को किसानों का उत्पादन उचित दामों पर खरीदकर उन्हें भरोसा देना चाहिए. जगन रेड्डी ने आगे कहा कि किसानों को मरने के लिए छोड़ देना और आप मूकदर्शक बने रहना, यह किसी भी लोकतांत्रिक सरकार को शोभा नहीं देता. किसानों को निराशा में छोड़ना अपराध है. इससे पहले जगन रेड्डी ने राज्य में यूरिया की कमी को लेकर सीएम नायडू पर निशाना साधा था. (पीटीआई)