Edible Oil: महंगा होने के कारण पाम ऑयल से दूरी बना रहे लोग, सूरजमुखी-सोयाबीन तेल का बढ़ रहा आयात

Edible Oil: महंगा होने के कारण पाम ऑयल से दूरी बना रहे लोग, सूरजमुखी-सोयाबीन तेल का बढ़ रहा आयात

उपभोक्ताओं के लिए पाम तेल की कीमतें करीब 30 प्रतिशत बढ़ चुकी हैं, जबकि पिछले 4-6 महीनों में सूरजमुखी का तेल करीब 25 प्रतिशत तक महंगा हुआ है. ऐसे में लोग पाम आयल को छोड़कर सोयाबीन और सूरजमुखी का तेल खरीद रहे हैं. वहीं, नवंबर दिसंबर 2024 में पाम तेल का आयात 24 प्रतिशत घटा है.

Palm Oil Import ReducedPalm Oil Import Reduced
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Feb 07, 2025,
  • Updated Feb 07, 2025, 12:48 PM IST

बीते 4-5 महीनों में पाम ऑयल की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं, जिसकी वजह से भारत में घरेलू उपभोक्‍ता सॉफ्ट आयल जैसे- सूरजमुखी और सोयाबीन जैसे तेल खरीदने को तरजीह देर रहे हैं. सितबंर 2024 में तेल की खाद्य कीमत में 22 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी. इसके बाद से अब तक खाद्य तेल की कीमतों में काफी वृद्धि देखने को मिली है. पाम ऑयल के आयात पर केंद्र ने ड्यूटी में बढ़ोतरी की है, ताकि घरेलू उत्‍पादन को बढ़ावा देकर यहां के किसानों को तिलहन फसलों का सही दाम मिल सके. ट्रेड एक्‍सपर्ट के मुताबि‍क, उपभोक्ताओं के लिए पाम तेल की कीमतें करीब 30 प्रतिशत बढ़ चुकी हैं, जबकि पिछले 4-6 महीनों में सूरजमुखी का तेल करीब 25 प्रतिशत तक महंगा हुआ है. 

घरेलू बाजार में खपत के पैटर्न में हो रहा बदलाव 

इंडोनेशिया और मलेशिया जैसे प्रमुख उत्पादक देशों में सप्‍लाई समेत अन्‍य चिंताओं के कारण पाम ऑयल की कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी देखी गई है. यही वजह है कि खाद्य तेल कंपनियां घरेलू बाजार में खपत के पैटर्न में बदलाव देख रही हैं. बिजनेसलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, जेमिनी एडिबल्स एंड फैट्स इंडिया लिमिटेड (जीईएफ) के सीन‍ियर वीपी (सेल्‍स एंड मार्केट‍िंग) पी चंद्र शेखर रेड्डी ने कहा कि पाम ऑयल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण घरेलू स्तर पर इसकी खपत में धीरे-धीरे कमी आ रही है. जीईएफ देश में 22 प्रतिशत हिस्‍सेदारी के साथ सूरजमुखी तेल की सबसे बड़ी आयातक है, जो इसका करीब 5,00,000 टन आयात करती है. 

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सीजन की शुरुआत में पाम तेल का आयात घटा

पी चंद्र शेखर रेड्डी ने कहा कि कुल आयातित पाम तेल की भारत में आम उपभोक्‍ताओं के बीच की खपत करीब 30-35 प्रतिशत रहती है, जबकि 60-65 प्रतिशत खपत होरेका इंडस्‍ट्री (होटल, रेस्तरां और कैटरर्स) ब्‍लॉक और खाने की चीजें बनाने वाले निर्माता संस्थानों में होती है. खाद्य तेल का मार्कटिंग सीजन नवंबर से शुरू होता है. ऐसे में चालू सीजन 2024-25 में नवंबर-दिसंबर पाम ऑयल का आयात घटा है और वनस्पित तेल का आयात बढ़ा है.

वनस्‍पति तेल का आयात 16 प्रतिशत बढ़ा

पिछले सीजन की इस अवधि के मुकाबले वनस्पति तेल के आयात में लगभग 16 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. नवंबर-दिसंबर 2023 के दौरान 17.63 लाख टन पाम ऑयल का आयात हुआ था, जबकि‍ नवंबर-दिसंबर-24 के दौरान पाम ऑयल का आयात 24 प्रतिशत गिरकर 13.42 लाख टन दर्ज किया. वहीं, सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के मुताबिक नवबंर और दि‍संबर 2023 के मुकाबले 2024 की इसी अवधि में सॉफ्ट ऑयल का आयात 6.92 लाख टन के मुकाबले  दोगुना से ज्‍यादा बढ़कर 14.33 लाख टन हुआ है. 

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