Tractor Tips: ट्रैक्टर खरीदते वक्त अधिकतर किसान करते हैं ये गलतियां, पैसा बचाना है तो आज ही जान लें

Tractor Tips: ट्रैक्टर खरीदते वक्त अधिकतर किसान करते हैं ये गलतियां, पैसा बचाना है तो आज ही जान लें

Tractor tips: जल्दीबाज़ी में या सही मार्गदर्शन के अभाव में, कई किसान ट्रैक्टर खरीदने की प्रक्रिया के दौरान गलतियां कर बैठते हैं. इन गलतियों के कारण आगे चलकर आर्थिक तंगी, कार्यकुशलता में कमी और रखरखाव की लागत बढ़ सकती है.

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क‍िसान तक
  • नोएडा,
  • Sep 30, 2025,
  • Updated Sep 30, 2025, 6:56 PM IST

सारे ही किसानों के लिए ट्रैक्टर खरीदना उनके जीवन के सबसे महत्वपूर्ण और बड़े निवेश में से एक होता है. क्योंकि किसान के लिए ट्रैक्टर सिर्फ एक मशीन नहीं है, बल्कि उसकी पूरी खेती और इससे जुड़े तमाम कामों की सबसे मुख्य मशीन है. एक अच्छे और सही ट्रैक्टर का सीधा असर किसान की फसल की उत्पादकता और मुनाफे पर पड़ता है. हालांकि, जल्दीबाजी में या सही सलाह के अभाव में, बहुत से किसान ट्रैक्टर खरीदने की प्रक्रिया के दौरान गलतियां कर जाते हैं. फिर ये गलतियां आगे चलकर किसान की जेब पर बोझ बनती हैं, कम कार्यक्षमता और ट्रैक्टर के ज़्यादा रखरखाव का कारण बन सकती हैं. इसलिए हम आपको ट्रैक्टर खरीदते वक्त की जाने वाली कुछ आम गलतियां और उनसे बचने के तरीके बता रहे हैं.

1. खेती और जरूरत ना समझना

सबसे आम गलतियों में से एक है अपनी खेती की जरूरत और इसके काम के प्रकार के हिसाब से ट्रैक्टर ना चुनना. छोटे खेतों के लिए, ज्यादा हॉर्सपावर वाला ट्रैक्टर अनावश्यक और खर्चीला हो सकता है, जबकि बड़े खेतों के लिए कम-पावर वाली मशीन से जूझना पड़ सकता है. इसलिए किसानों को ट्रैक्टर की हॉर्सपावर और फीचर्स को चुनने से पहले अपनी खेती के आकार, मिट्टी के प्रकार और फसल पैटर्न का आकलन करना चाहिए.

2. इम्पलीमेंट की जरूरत की अनदेखी

ट्रैक्टर की दक्षता काफी हद तक उन उपकरणों पर निर्भर करती है जिन्हें वह चला सकता है. कई किसान बिना यह समझे ट्रैक्टर खरीद लेते हैं कि वे मौजूदा या भविष्य में लिए जाने वाले इम्पलीमेंट जैसे सीड ड्रिल, रोटावेटर या हार्वेस्टर के साथ चल पाएगा या नहीं. इस गलती के कारण या तो ट्रैक्टर इम्पलीमेंट के साथ खराब परफॉर्मेंस देता है या उपकरणों को बदलने में अतिरिक्त खर्च आएगा.

3. गुणवत्ता के बजाय कीमत चुनना

ट्रैक्टर खरीदने में अक्सर कीमत ही निर्णायक कारक बन जाती है, जिससे किसान रिलायबिलिटी, माइलेज या सेल्स के बाद की सर्विस पर विचार किए बिना सस्ते मॉडल खरीद लेते हैं. हालांकि शुरुआत में पैसे बचाना फायदेमंद लग सकता है, लेकिन खराब क्वालिटी वाले ट्रैक्टरों को आमतौर पर लंबे समय तक बार-बार मरम्मत और ज़्यादा रखरखाव की ज़रूरत होती है, जो मोटे खर्चे का कारण बनते हैं.

4. सर्विस और स्पेयर पार्ट्स की दिक्कत

ट्रैक्टर एक लंबे समय का निवेश है और इसकी परफॉर्मेंस समय से सर्विसिंग और स्पेयर पार्ट्स की उपलब्धता पर बहुत हद तक निर्भर करती है. कई किसान इस पहलू को नजरअंदाज कर देते हैं और बाद में खेती के व्यस्त मौसम में उनका ट्रैक्टर मरम्मत के लिए खड़ा रह जाता है. इसिलए एक मजबूत सर्विस नेटवर्क वाले ब्रांड का चुनाव करना बेहद जरूरी है.

5. आराम और सेफ्टी फीचर्स नजरअंदाज

किसान अक्सर खेत में लंबे समय तक काम करते हैं, लेकिन ट्रैक्टर खरीद के दौरान एडजस्टेबल सीट, पावर स्टीयरिंग, सही लाइटिंग और सुरक्षा गार्ड जैसी सुविधाओं को नजरअंदाज कर दिया जाता है. इसलिए एक आरामदायक और सुरक्षित ट्रैक्टर न केवल उत्पादकता में सुधार करता है बल्कि किसान की थकान और दुर्घटनाओं को भी कम करता है.

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