लगातार महंगी होती आलू की कीमतों ने रसोई का बजट बिगाड़ रखा है. इस साल जनवरी में बेमौसम बारिश के चलते आलू का उत्पादन तो प्रभावित हुआ ही अब बारिश के चलते आपूर्ति प्रभावित है. इससे आलू की कीमतों में तेज उछाल देखा जा रहा है. बाजार में बढ़ती कीमतों को नीचे लाने के लिए कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन ने राज्य सरकार को मार्केट भाव से करीब 10 रुपये कम कीमत में आलू देने की पहल की है.
पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार थोक मंडी में आलू की कीमत में दो सप्ताह के अंदर 16 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया है. ज्योति किस्म आलू का दाम 1 जुलाई को 2250 रुपये प्रति क्विंटल था जो 13 जुलाई को बढ़कर 2700 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गया है. इसी तरह उत्तर प्रदेश की कुछ थोक मंडियों में आलू कीमत में उछाल देखा जा रहा है. आलू के दाम में उछाल की वजह बारिश और बाढ़ के चलते आपूर्ति प्रभावित होना है और इसके अलावा फसल कटाई से पहले जनवरी में बेमौसम बारिश से अच्छी क्वालिटी के आलू के उत्पादन में कमी भी रही है.
पश्चिम बंगाल में आलू के दाम में तेज उछाल के बाद पश्चिम बंगाल कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन (WBCSA) ने कम कीमतों में राज्य सरकार को आलू देने की पेशकश की है. पीटीआई ने अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट में कहा है कि एसोसिएशन ने खुदरा बाजार में अधिक कीमतों के बीच राज्य सरकार को 26 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से आलू की आपूर्ति करने की पेशकश की है. वर्तमान में पश्चिम बंगाल में आलू की खुदरा कीमत 37-40 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिक रहा है.
एसोसिएशन ने कहा कि हमने राज्य सरकार को 35 मिलीमीटर के न्यूनतम आकार के साथ 50 किलोग्राम के पैकेट के लिए 1,300 रुपये (26 रुपये प्रति किलोग्राम) की दर से आलू की आपूर्ति करने का प्रस्ताव भेजा है. यह कीमत कोल्ड स्टोरेज गेट से बाहर की है. वर्तमान में कोल्ड स्टोरेज की कीमत 28-29 रुपये प्रति किलोग्राम है. यानी कोल्ड स्टोरेज कीमतों की तुलना में 2 रुपये सस्ती है और बाजार कीमतों की तुलना में 10 रुपये सस्ती आलू देने की पेशकश की गई है. कहा गया कि एसोसिएशन खुद आलू की बिक्री बाजार में नहीं कर सकता है. बल्कि सरकार के लिए प्रतिदिन लगभग 3 लाख क्विंटल आलू की व्यवस्था की जा सकती है.
पश्चिम बंगाल सरकार में कृषि विपणन मंत्री बेचाराम मन्ना ने कहा कि सरकार की ओर से सस्ती दरों में खाद्य वस्तुएं उपलब्ध कराने के लिए सुफल बांग्ला आउटलेट्स का संचालन किया जा रहा है. पिछले सप्ताह से 25 नए सुफल बांग्ला आउटलेट खोले गए हैं. इन आउटलेट्स के जरिए हर परिवार 3 किलो आलू 29 रुपये प्रति किलो की दर से और 1 किलो प्याज 39 रुपये प्रति किलो की दर से बेची जा रही है.