कृषि विकास में योगदान देने पर SBI को मिला AIF एक्सीलेंस अवॉर्ड, निजी बैंकों में अकेले HDFC ने जीता पुरस्कार 

कृषि विकास में योगदान देने पर SBI को मिला AIF एक्सीलेंस अवॉर्ड, निजी बैंकों में अकेले HDFC ने जीता पुरस्कार 

कृषि क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के निर्माण और विकास में योगदान देने वाले 13 बैंकों को कृषि मंत्री ने एआईएफ एक्सीलेंस अवॉर्ड से सम्मानित किया है. यह अवॉर्ड पिछले दो वित्तीय वर्षों में 4 एआईएफ स्पेशल कैंपेन कैटेगरी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले बैंकों को दिए गए हैं.

कृषि विकास में योगदान देने पर SBI, एचडीएफसी समेत कई बैंकों ने जीता पुरस्कार. कृषि विकास में योगदान देने पर SBI, एचडीएफसी समेत कई बैंकों ने जीता पुरस्कार.
रिजवान नूर खान
  • New Delhi,
  • Sep 03, 2024,
  • Updated Sep 03, 2024, 7:40 PM IST

एग्रीकल्चर इंफ्रा फंड (AIF) के तहत कृषि क्षेत्र के विकास में वित्तीय योगदान देने वाले 13 बैंकों को 4 अलग-अलग कैटेगरी में एआईएफ एक्सीलेंस अवॉर्ड दिया गया है. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एग्रीस्योर फंड और किसान निवेश पोर्टल लॉन्चिंग के मौके पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए बैंकों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया. भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को लगातार 2 वित्तीय वर्षों में BHARAT और RAPID कैटेगरी में नंबर वन पर रहा है. जबकि, निजी बैंकों में अकेले एचडीएफसी को 2024 के लिए अवॉर्ड मिला है. इसके अलावा कई अन्य सरकारी और राज्यों के ग्रामीण बैंकों को भी सम्मानित किया गया.    

किसानों की आय बढ़ाने और उपज की बर्बादी कम करने के लिए और मॉडर्न तकनीकों को विकसित करने के इरादे से साल 2020 में केंद्र सरकार ने एग्रीकल्चर इंफ्रा फंड (AIF) की शुरुआत की थी. एआईएफ के तहत देश में कृषि क्षेत्र के बुनियादी ढांचे के निर्माण और विकास के लिए 1 लाख करोड़ रुपये निर्धारित किए गए हैं. एआईएफ बैंकों और राज्य के सहयोग से गोदाम, कोल्ड स्टोर, प्राइमरी प्रॉसेसिंग सेंटर, कस्टम हायरिंग सेंटर जैसे कृषि ढांचे का निर्माण करके किसानों की मदद की है.

4 एआईएफ स्पेशल कैंपेन कैटेगरी में अवॉर्ड 

कृषि मंत्रालय के पूसा दिल्ली में मंगलवार को कार्यक्रम में कृषि मंत्री ने एआईएफ एक्सीलेंस अवॉर्ड के विजेता 13 बैंकों को पुरस्कार सौंपे हैं. यह अवॉर्ड पिछले दो वित्तीय वर्षों में 4 एआईएफ स्पेशल कैंपेन कैटेगरी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले बैंकों और राज्यों को इस क्षेत्र में क्वालिटी और बुनियादी ढांचे के निर्माण में उनके योगदान के लिए दिया गया है. 

  1. नोबोल (NOBOL) - राष्ट्रव्यापी एक शाखा एक ऋण के रूप में.
  2. बेस्ट (BEST) - एग्री इंफ्रा के ट्रांसफॉर्मेशन को सक्षम करने वाले बैंकर के रूप में. 
  3. भारत (BHARAT) - बैंक त्वरित ग्रामीण और कृषि परिवर्तन की शुरुआत करने वाले
  4. रैपिड (RAPID) - बुनियादी ढांचे के विकास के माध्यम से ग्रामीण और कृषि प्रगति में योगदान के लिए.
  5. इन अभियानों के शीर्ष प्रदर्शन करने वाले बैंकों को तीन श्रेणियों में पुरस्कार दिए जाते हैं

SBI को लगातार दूसरे साल सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए अवॉर्ड 

भारतीय स्टेट बैंक को जुलाई 2023 से फरवरी 2024 तक BHARAT और RAPID कैटेगरी अमाउंट जारी करने में पहले स्थान पर रहने के लिए एआईएफ एक्सीलेंस अवॉर्ड दिया गया. एसबीआई को इससे पहले 2022-23 के लिए भी दोनों कैटेगरी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए अवॉर्ड दिया गया. इसके अलावा 2023-24 में कैनरा बैंक को BHARAT कैटेगरी में सेकेंड प्राइज मिला. पंजाब नेशनल बैंक को BHARAT कैटेगरी में तीसरे स्थान के लिए और RAPID कैटेगरी में दूसरे स्थान पर रहने के लिए अवॉर्ड मिला. इसके अलावा यूनियन बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, बड़ौदा ग्रामीण बैंक समेत कई राज्यों के ग्रामीण बैंकों को भी अलग-अलग कैटेगरी में अवॉर्ड मिला है. 

निजी बैंकों में एचडीएफसी को भी मिला अवॉर्ड 

अवॉर्ड जीतने वाले निजी क्षेत्र के बैंकों में इकलौता नाम एचडीएफसी का रहा है. एचडीएफसी को 2024 में RAPID कैटेगरी अमाउंट सैंक्शन करने में तीसरे नंबर पर रहने के लिए एआईएफ एक्सीलेंस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. इसके अलावा BHARAT कैंपेन कैटेगरी में सर्वाधिक स्वीकृत प्रोजेक्ट की संख्या में दूसरा स्थान पर रहने के लिए अवॉर्ड दिया गया है. बता दें कि इससे पहले 2022-23 में NOBOL कैटेगरी में और BEST कैटेगरी में सर्वाधिक अमाउंट पास करने में दूसरे नंबर पर रहने के लिए अवॉर्ड से नवाजा गया. 

बैंकिंग हिस्सेदारी से कृषि विकास में तेजी

नाबार्ड के अध्यक्ष शाजी केवी ने कहा कि बैंकिंग हिस्सेदारी से कृषि के विकास में तेजी आ रही है. बैंकों ने ग्रामीण, किसान और कृषि कार्यों के लिए वित्तीय जरूरतों को पूरा करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं.  उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र की काया बदलने में एग्रीश्योर फंड और कृषि निवेश पोर्टल की अहम भूमिका होगी. उन्होंने कहा कि किसानों को कम ब्याज दर पर आसानी से ऋण मिल सकेगा जिससे वे फसल उत्पादकता बढ़ाने के साथ अपनी आय में भी बढ़ोत्तरी कर सकेंगे. 

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