आजकर पढ़े-लिखे लोग भी किसानी की तरफ बढ़ रहे हैं. वह जानते हैं कि कॉरपोरेट जॉब करने से बेहतर कि अपना बिनस किया जाए. ऐसे में वह किसानी को चुन रहे हैं. साथ ही ऐसा भी नहीं है कि किसानी उनकी नाव डूबो रही है, बल्कि वह करोड़पति बन रहे हैं.
पहले के मुकाबले अब जो नई पीढ़ी के लोग है जो नौकरी छोड़ किसानी से जुड़ रहे हैं वह जानते हैं कि किस प्रकार किसानी करनी है. जिससे पैदावार ज्यादा से ज्यादा हो सके और फसल को कीटों से कैसे बचाना है. वह ज्ञान किसानी में काम आ रहा है.
आज हम आपको बताने जा रहे हैं किसानी से जुड़े एक ऐसे बिजनस के बारे में, जिसमें आपका छोटा सा इंवेस्टमेंट आपको खूब पैसा बना कर देगा. इस आर्टिकल में हम बात कर रहे हैं मूंग दाल की. दरअसल इस दाल की डिमांड काफी बढ़ रही है. यह एक ऐसी फसल से जुड़ा बिजनस है जिससे लोग अपने स्वास्थ्य को काफी हद तक जोड़ कर देखते हैं.
सेहत के प्रति लोगों की जागरूकता
कोरोना महामारी के बाद लोगों में अपनी सेहत के प्रति काफी जागरूकता आ चुकी है. वह ऐसी चीज़ों का सेवन करना चाह रहे हैं जो उनके शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाए. साथ ही ऐसे में प्रोटीन भरी चीज़ों का भी खूब इस्तेमाल कर रहे हैं. दालों में आमतौर पर प्रोटीन की मात्रा काफी ज्यादा होती है. ऐसी स्थिति में लोग काफी दालें खाते हैं. ऐसे में मूंग की दाल की खेती करना आपके हित में काफी हद तक हो सकता है.
पोषक तत्वों का भंडार मूंग दाल
मूंग दाल में भर-भर के पोषण तत्व पाए जाते हैं. जैसे कि कार्बोहाइड्रेट, फेनोलिक एसिड, फ्लेवोनोइड्स और लिपिड आदि. इसके अलावा इनमें एंटीमाइक्रोबियल, एंटीहाइपरटेंसिव, एंटीट्यूमर, एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल गुण भी पाए जाते हैं. कार्बोंहाइड्रेट ऊर्जा देना का काम करता है. वहीं अन्य तत्व बीमारियों को आपके दूर रखते हैं.
अच्छी किस्म से मिलेगा ज्यादा मुनाफा
अगर आप फैसला कर चुके हैं कि आप मूंग दाल की खेती करेंगे, तो बेहतर हैं कि अच्छी किस्म की मूंग दाल की फसल का चयन करें. इससे आपकी पैदावार भी ज्यादा होगी और आपको मुनाफा भी काफी मिलेगा.
दाल के क्षेत्र में आगे बढ़ने की है जरूरत
भारत दालों के क्षेत्र अभी ज्यादा आगे नहीं बढ़ा है. ऐसे में दालों की फसल का चयन करना एक बेहतरीन फैसला होगा. इसमें आपको मुनाफा होने की काफी ज्यादा संभावना होगी.
मूंग की खेती के लिए इन बातों का रखें ख्याल
सबसे पहले तो मूंग की बुवाई करने से ध्यान रखें कि आपके खेत में खरपतवार नहीं होने चाहिए. अगर ऐसा होगा तो आपकी फसल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. इस फसल की बुवाई करने का सबसे बेहतरीन समय गर्मी का मौसम होता है.
भारत में इस समय ठंड का मौसम लगभग खत्म होने को आया है. गर्मी की शुरुआत के साथ ही आप मूंग दाल की बुवाई को कर सकते है. इसके लिए सबसे पहले आपको अपना खेत तैयार करना होगा. जिसके बाद आप मूंग की बुवाई कर सकते हैं. साथ ही ध्यान रखें कि खेतों में जल की निकासी के लिए उचित व्यवस्था जरूरी है. ताकि ज्यादा पानी होने के कारण आपकी फसल नष्ट ना हो. साथ ही सिंचाई के लिए ड्रिप तकनीक को इस्तेमाल करें.