भारत का चीनी उद्योग 1.3 लाख करोड़ का हुआ, इथेनॉल उत्पादन क्षमता 4 गुना बढ़ी, केंद्रीय मंत्री ने कही ये बात

भारत का चीनी उद्योग 1.3 लाख करोड़ का हुआ, इथेनॉल उत्पादन क्षमता 4 गुना बढ़ी, केंद्रीय मंत्री ने कही ये बात

Sugar Industry: केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि भारत का चीनी उद्योग 1.3 लाख करोड़ रुपये का बन गया है, जो ग्रामीण समृद्धि व ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा दे रहा है. इथेनॉल उत्पादन क्षमता 11 साल में चार गुना बढ़ी है, जिससे पेट्रोल में मिश्रण दर 19% तक पहुंच गई है.

Sugar Industry growthSugar Industry growth
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Jul 03, 2025,
  • Updated Jul 03, 2025, 8:26 PM IST

केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने गुरुवार को कहा कि भारत का चीनी क्षेत्र 1.3 लाख करोड़ रुपये का उद्योग बन गया है और यह ग्रामीण समृद्धि और ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा दे रहा है. मंत्री 'सहकारी चीनी उद्योग सम्मेलन 2025' और 'राष्ट्रीय दक्षता पुरस्कार समारोह' को संबोधित कर रहे थे. जोशी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, भारत का चीनी सेक्‍टर 1.3 लाख करोड़ रुपये सालाना का उद्योग बन गया है, जो रिकॉर्ड इथेनॉल मिश्रण और ईंधन में आत्मनिर्भरता जैसे सुधारों के माध्यम से ग्रामीण समृद्धि, ऊर्जा सुरक्षा और हरित ऊर्जा को बढ़ावा दे रहा है." 

'स्‍थायी-आत्मनिर्भर भविष्य को मिल रहा आकार'

उन्होंने कहा कि यह देखना प्रेरणादायक है कि कैसे इस क्षेत्र का विकास भारत के लिए एक स्थायी, आत्मनिर्भर भविष्य को आकार दे रहा है. इस कार्यक्रम का आयोजन नेशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज लिमिटेड द्वारा किया गया था. इसकी स्थापना 1960 में भारत में एक मजबूत और जीवंत सहकारी चीनी क्षेत्र बनाने के लिए की गई थी. 

11 साल में इथेनॉल उत्‍पादन क्षमता 4 गुना बढ़ी

देश भर की सभी सहकारी चीनी मिलें और राज्य सहकारी चीनी संघ इसके सदस्य हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, अनुकूल नीतिगत पहलों की मदद से मोदी सरकार के पिछले 11 वर्षों में भारत की इथेनॉल उत्पादन क्षमता चार गुना से अधिक बढ़कर 1,810 करोड़ लीटर सालाना हो गई है.

इथेनॉल मिश्रण में हुई भारी बढ़ोतरी

बढ़ी हुई स्थापित उत्पादन क्षमता के साथ, पेट्रोल के साथ इथेनॉल का मिश्रण 2013 के 1.53 प्रतिशत से बढ़कर लगभग 19 प्रतिशत हो गया है, जिससे विदेशी मुद्रा में भारी बचत हुई है - 1.10 लाख करोड़ रुपये से अधिक - साथ ही गन्ना और खाद्यान्न किसानों को भी लाभ हुआ है.

आगामी सीजन में चीनी उत्‍पादन में बढ़ोतरी का अनुमान

बता दे‍ं कि‍ भारत में सबसे ज्‍यादा चीनी का उत्‍पादन उत्‍तर प्रदेश, महाराष्‍ट्र और कनार्टक में होता है, जबक‍ि कई अन्‍य राज्‍य भी उत्‍पादन में शामिल हैं. उक्‍त तीन राज्‍य देश के कुल उत्‍पादन में सबसे ज्‍यादा योगदान देते हैं. चालू चीनी मार्केटिंग सीजन में गन्‍ने की कमी के कारण गिरावट दर्ज की जा रही है. लेकिन, अक्‍टूबर 2025 से शुरू होने जा रहे आगामी मार्केटिंग सीजन को लेकर चीनी उत्‍पादन में बढ़ोतरी का अनुमान है, क्‍योंकि पि‍छले साल मॉनसून में अच्‍छी बारिश हुई थी. (पीटीआई के इनपुट के साथ)

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