आजादी के 75 साल पूरे होने की खुशी में भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. ऐसे में मोदी सरकार शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में कुछ अलग करने का सोच रही है. आजादी के अमृत महोत्सव और स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित करने के लिए केंद्र सरकार 'मेरी माटी मेरा देश' अभियान शुरू करने जा रही है. इस कार्यक्रम के तहत देशभर में गांवों से लेकर शहरों तक कार्यक्रम चलाए जाएंगे. इन कार्यक्रमों में लाखों गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों, शहीदों और वीरांगनाओं के नाम की पट्टिकाएं लगाई जाएंगी और उनके परिवारों को सम्मानित किया जाएगा.
इसके साथ ही देश के सभी गांवों की मिट्टी दिल्ली लाई जाएगी और कर्तव्य पथ पर उससे एक वाटिका बनाई जाएगी, जिसका नाम अमृत वाटिका होगा. यह कार्यक्रम 9 अगस्त से शुरू होकर 30 अगस्त तक चलेगा. इस अभियान का समापन कार्यक्रम 30 अगस्त को दिल्ली में होगा.
वहीं 9 अगस्त से 15 अगस्त तक ग्रामीण क्षेत्रों में स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया जाएगा. जो जीवित नहीं हैं उनके परिजनों को सम्मानित किया जाएगा. इसके अलावा सेना और पैरा मिलिट्री से जुड़े लोगों को सम्मानित करने का भी कार्यक्रम है. इसके साथ ही उनका नाम शिलापट्ट पर लिखकर गांव में अमृत सरोवर के तट पर या ग्राम पंचायत भवन व स्कूल में लगाया जाएगा. इसके अलावा प्रत्येक गांव में 75 पौधे लगाने का कार्यक्रम भी किया जाएगा.
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16 अगस्त से 25 अगस्त तक शहरी क्षेत्रों में यह कार्यक्रम चलाये जायेंगे. इनमें स्वयंसेवक ब्लॉक स्तर पर जाकर गांव-गांव से मिट्टी एकत्रित करेंगे. जिसे 25 अगस्त तक एक निश्चित स्थान पर लाया जाएगा. फिर 27 अगस्त तक इस मिट्टी को राजधानी दिल्ली के कर्तव्य पथ पर ले जाया जाएगा. 30 अगस्त को कर्तव्य पथ पर भव्य समापन समारोह का आयोजन किया जायेगा. यहां कर्तव्य पथ पर गांव से लाई गई मिट्टी से वाटिका बनाई जाएगी, जिसका नाम अमृत वाटिका होगा. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री समेत कई वीआईपी लोग मौजूद रह सकते हैं.
'आजादी का अमृत महोत्सव' के तहत यह कार्यक्रम 27 से 30 अगस्त तक दिल्ली में संपन्न होगा. देशभर से मिट्टी के कलश 27 अगस्त को कर्तव्य पथ पर पहुंचेंगे. उसके बाद कर्तव्य पथ पर 'अमृत वाटिका' का निर्माण किया जाएगा.