इस साल यानी 2023 में पूरे विश्व में इंटरनेशनल इयर ऑफ मिलेट्स मनाया जा रहा है. विश्व के अलग-अलग कोने में लोग मिलेट के बारे में जान रहे हैं और इसे अपनी थाली का हिस्सा भी बना रहे हैं. दरअसल यह प्रयास मोटे अनाजों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए की गई है. ताकि लोग मोटे अनाजों के बारे में समझ सकें. इतना ही नहीं मोटे अनाजों के ऊपर कई गाने भी बन चुके हैं. 2022 में रिलीज हुआ एक एक मशहूर गाना आज भी लोगों के दिलों पर राज कर रहा है. लेकिन ऐसा क्या है उस गाने में जिस वजह से उसकी लोकप्रियता इतनी बढ़ गई है. इन सारे सवालों का जवाब आपको नीचे मिलेगा.
यह एक पंजाबी गाना है. इस गाने के बोल हैं बाजरे ग सिट्टा. यानी इस गाने में बात मोटा अनाज बाजरा की हो रही है. अब ये समझते हैं कि आखिर ये बाजरे का सिट्टा है क्या. बाजरा का मतलब मोटा अनाज होता है.सिट्टा वह है जिस पर अनाज उगता है. अस्सा का मतलब है मैं. तल्ली का मतलब है हथेली, मरोदिया का मतलब है कुचलना, रुथड़ा का मतलब है गुस्सा और महिया का मतलब है प्रेमी. भले ही आपने बाजरा नहीं देखा हो, लेकिन मक्के की फसल यानी भुट्टा जरूर देखा और खाया होगा. इसी प्रकार बाजरे के दाने को भी निकाला जाता है. जैसे मक्के से दाने निकालकर खाये जाते हैं. इसी प्रकार बाजरे को हथेली पर पीसकर उसमें से दाने निकाले जाते हैं. जिसका जिक्र इस गाने में किया गया है.
अक्सर हमेन फिल्मों में खेतों में किसानों के बीच प्यार भरे लम्हों को देखा है. कि कैसे पति खेतों में काम करने जाता है और पत्नी पति के लिए खाना बनाकर ले जाती है. कुल मिलाकर इस गाने का मतलब भी कुछ इसी तरह का है. इस गाने में खेत में काम करते वक्त महिला अपने प्रेमी से कहती है, 'तुम्हारे लिए मैंने हथेलियों से बाजरे के दाने तोड़े हैं, लेकिन मेरा पति अब भी रूठा हुआ है.' आपको बता दें कच्चे बाजरे को आग में भूनकर उसके दानों को अलग कर लिया जाता है और हाथ से मरोड़कर खाया जाता है. जिस बात कि चर्चा इस गाने में की गई है.
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बाजरा छोटे बीज वाले अनाजों का एक समूह है जिसकी खेती हजारों वर्षों से की जाती रही है और दुनिया के कई हिस्सों में मुख्य भोजन के रूप में खाया जाता है. बाजरा कई प्रकार के होते हैं, जिनमें मोती बाजरा, फिंगर बाजरा, प्रोसो बाजरा, फॉक्सटेल बाजरा और भी बहुत कुछ शामिल हैं. बाजरा आवश्यक पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत है, जिसमें आहार फाइबर, विटामिन (विशेषकर बी विटामिन जैसे नियासिन, थियामिन और फोलेट), और खनिज (जैसे मैग्नीशियम, फास्फोरस और आयरन) शामिल हैं. इसमें कुछ प्रोटीन भी होता है, कुछ किस्मों में दूसरों की तुलना में अधिक प्रोटीन सामग्री होती है. बाजरा प्राकृतिक रूप से ग्लूटेन-मुक्त है, जो इसे सीलिएक रोग या ग्लूटेन संवेदनशीलता वाले व्यक्तियों के लिए उपयुक्त अनाज बनाता है. बाजरा में क्वेरसेटिन, करक्यूमिन, एलाजिक एसिड और विभिन्न कैरोटीनॉयड जैसे एंटीऑक्सिडेंट होते हैं. ये यौगिक ऑक्सीडेटिव तनाव से निपटने और पुरानी बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद करते हैं.