Mango Variety: खुशबू ऐसी कि दीवाना बना दे, ये कोई परफ्यूम नहीं बस एक खास आम है

Mango Variety: खुशबू ऐसी कि दीवाना बना दे, ये कोई परफ्यूम नहीं बस एक खास आम है

आम फल तो एक है, लेकिन इसकी वैरायटी अनेक हैं. हर वैरायटी एक खास अंदाज में आती है. बात स्वाद की कर लें, सुगंध की या रंग-रूप की. आज अपनी इस आम की खास बात सीरीज में हम आपको बताने वाली हैं कहानी उस आम की जिसे कहा जाता है आम की रानी.

Kesar Mango: ये है आम की रानीKesar Mango: ये है आम की रानी
प्राची वत्स
  • Noida,
  • May 04, 2023,
  • Updated May 04, 2023, 4:06 PM IST

केसर आम भारत से एक लोकप्रिय और अत्यधिक निर्यात की जाने वाली किस्म है जो अपने मीठे स्वाद के लिए जानी जाती है. इसे आमतौर पर आमों की "रानी" के रूप में जाना जाता है और अल्फांसो के बाद वैश्विक और स्थानीय दोनों बाजारों में आम की दूसरी सबसे लोकप्रिय किस्म है. केसर आम का मध्यम आयताकार आकार होता है, और इस पर लाल गूदे के साथ हरे से पीले रंग के छिलके होते हैं. यह फाइबर मुक्त है और अन्य चीजों के अलावा लुगदी, रस, अमृत, स्क्वैश, जैम और ध्यान केंद्रित करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. वहीं इसकी खुशबू इसे एक अलग पहचान देती है. लोग इसके स्वाद के साथ-साथ इस आम की खुशबू के भी दीवाने हैं.

केसर आम की खेती पश्चिमी भारत के गुजरात में जूनागढ़ के पास गिरनार की तलहटी में की जाती है, और गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के अमरेली और जूनागढ़ जिलों में लगभग 20,000 हेक्टेयर क्षेत्र में उगाई जाती है.

केसर आम को क्यों कहा जाता है आमों की रानी

ऐसा माना जाता है कि उत्तम स्वाद, बनावट और सुगंध के इसे आमों की रानी कहा जाता है, इसलिए इसे आम की अन्य किस्मों से बेहतर माना जाता है. केसर आम अपने केसरिया रंग के गूदे और मलाईदार, गाढ़े गूदे के लिए भी जाने जाते हैं. केसर आम भी उतना ही लोकप्रिय है जितना अल्फांसो आम है.  गिर केसर आम की उत्पत्ति जूनागढ़, गुजरात, भारत में हुई थी. इस आम की पहली खेती जूनागढ़ वजीर साले भाई ने 1931 में वनथली में की थी. जूनागढ़ लाल डोरी फार्म में गिरनार की तलहटी में इस किस्म के लगभग 75 ग्राफ्ट लगाए गए थे.

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स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है केसर आम

केसर आम के कई स्वास्थ्य लाभ हैं. इसमें विटामिन ए होता है, जो आंखों की रौशनी और हड्डियों को मजबूत बनाता है और विटामिन सी, जो शरीर की सामान्य प्रतिरक्षा को बढ़ाता है. केसर आम मुख्य रूप से भारत के गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के जूनागढ़ और अमरेली जिलों में दो लाख टन वार्षिक उत्पादन के साथ उगाए जाते हैं. हालाँकि, गिर अभयारण्य क्षेत्र के आसपास उगाए जाने वाले आमों को आधिकारिक तौर पर "गिर केसर आम" के रूप में जाना जाता है. केसर आम को उनकी गुणवत्ता, स्वाद, उनके गूदे के चमकीले नारंगी रंग और लंबे समय तक चलने वाली प्रकृति के लिए जाना जाता है, जो उन्हें किसी भी स्वस्थ आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाता है. इनमें से अधिकांश आम गुजरात में गिर की तलहटी में उगाए जाते हैं. 

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कैसे करें केसर आम की पहचान

'केसर' आम की मुख्य पहचान यह है कि इसके ऊपर हरे और पीले रंग का धब्बा होता है. अगर यह आम प्राकृतिक रूप से पका हुआ है तो इससे मीठी महक आने लगती है. केसर आम की सुगंध इसकी खासियत है. इसके बाद इसकी पहचान है इसका केसरिया या "केसरी" रंग का गूदा. वहीं, अन्य किस्मों की तुलना में इसका छिलका हरा होता है लेकिन ऊपर लाल रंग होता है.

 

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