भारतीय वनस्पति तेल उत्पादक संघ (IVPA) ने खाद्य तेल में आत्मनिर्भरता की दिशा में तेजी लाने का आह्वान किया है. IVPA भारत के खाद्य तेल रिफाइनिंग उद्योग का शीर्ष निकाय है. IVPA ने कहा कि वनस्पति तेल क्षेत्र पाम और सोयाबीन तेलों की वैश्विक कीमतों में अस्थिरता, मुक्त व्यापार समझौतों के विकास और घरेलू नीतिगत चुनौतियों के कारण एक महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है.
नई दिल्ली में एसोसिएशन ने अपनी 48वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) में कहा कि भारत का वनस्पति तेल उद्योग वर्तमान में एक महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है, जहां पाम और सोया तेल की वैश्विक कीमतों में उतार-चढ़ाव, विकसित हो रहे मुक्त व्यापार समझौते और घरेलू नीतिगत चुनौतियां सामने हैं. ये परिस्थितियां रणनीतिक सोर्सिंग और परिचालन दक्षता के अवसर तो प्रदान करती हैं, लेकिन साथ ही किसानों को एमएसपी सुनिश्चित करने, खाद्य तेल से प्रेरित महंगाई को नियंत्रित करने और खाद्य कीमतों की स्थिरता बनाए रखने के बीच संतुलन बनाने की आवश्यकता को भी रेखांकित करती हैं.
आईवीपीए ने अपनी वार्षिक आम सभा में 2025-26 के कार्यकाल के लिए सुधाकर देसाई को फिर से अध्यक्ष और चार उपाध्यक्षों को नियुक्त किया. इस दौरान पुन:निर्वाचित अध्यक्ष देसाई ने कहा कि आयात स्थिर हो रहे हैं और गिरावट के संकेत दिखा रहे हैं, ऐसे में अन्य प्रमुख फसलों जैसे दाल, चावल और गेहूं से प्रतिस्पर्धा के बावजूद खाद्य तेलों में आत्मनिर्भरता की दिशा में तेजी लाने की तात्कालिक आवश्यकता है.
इस दौरान देसाई के साथ उद्योग जगत के वरिष्ठ सदस्य, विजय कुमार जैन, उपाध्यक्ष, पतंजलि फूड्स लिमिटेड; अमरेन्द्र मिश्रा (प्रबंध निदेशक, ADM); भावना शाह (उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी, NK प्रोटीन्स लिमिटेड) और धृतिमान विश्वास (वरिष्ठ निदेशक - सरकारी संबंध, दक्षिण एशिया, कारगिल इंडिया) उपाध्यक्ष के रूप में शामिल हुए. व्यापक कार्यकारी परिषद के साथ मिलकर यह नेतृत्व दल आईवीपीए के रणनीतिक प्रभाव को मजबूत करने के लिए तैयार है. नवाचार को बढ़ावा देने, सतत विकास को प्रोत्साहित करने और स्थानीय व वैश्विक स्तर पर मजबूत साझेदारियां विकसित करने के लिए, जिससे भारत का वनस्पति तेल उद्योग बदलते बाजार परिदृश्य में प्रतिस्पर्धी और लचीला बना रहे.
देसाई ने कहा कि उनकी फिर से नियुक्ति और कोर टीम की नियुक्ति, आईवीपीए के मूल उद्देश्य को आगे बढ़ाने की निरंतरता का संकेत है. उन्होंने आगे कहा कि एक सशक्त टीम के साथ, आईवीपीए एक और प्रभावशाली कार्यकाल के लिए तैयार है, जो मूल्य सृजन, नवाचार को बढ़ावा देने और ऐसी मजबूत साझेदारियां बनाने पर केंद्रित होगा जिससे पूरे वनस्पति तेल उद्योग को लाभ पहुंचे.
ये भी पढे़ं-