दूध, घी और शहद समेत कई तरह के ऑर्गनिक प्रोडक्ट बिक्री करने वाली कंपनी अक्षयकल्प ऑर्गनिक पर्यावरण बचाने के लिए भी काम कर रही है. कंपनी प्लास्टिक कचरे को रिसाइकिल कर उन्हें डेयरी प्रोडक्ट की पैकेजिंक के साथ सब्जी और फलों की पैकेजिंग में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. बयान में कहा कि अक्षयकल्प ऑर्गनिक ने 40 हजार किलो प्लास्टिक को रिसाइकिल किया है और पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने में मदद की है.
सर्टिफाइड ऑर्गेनिक डेयरी कंपनी अक्षयकल्प ऑर्गेनिक ने कहा है कि वह पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाने के अपनी पहल गिव बैक द मिल्क पैक के तहत दूध के पैकेट को रिसाइकिल कर रही है. अब तक उन्होंने 40,000 किलोग्राम से अधिक प्लास्टिक कचरे को रीसाइकिल किया है. एक मीडिया बयान में कहा गया है कि यह पहल उपभोक्ताओं को जिम्मेदार रीसाइकिलिंग के लिए अपने इस्तेमाल किए गए दूध के पैकेट वापस लाने के लिए प्रोत्साहित करती है.
बयान में कहा गया कि अक्षयकल्प ऑर्गेनिक ने 2022 में इस पहल को शुरू किया था और उपभोक्ताओं से तीन आसान स्टेप्स का पालन करने का आग्रह किया था, जिसमें पैकेट को 30 सेकंड तक धोएं, सूखने के लिए लटका दें और जब यह सूख जाए तो इसे डिलीवरी बैग में रखकर वापस कर दें. इस पहल के तहत दूध समेत अन्य प्रोडक्ट के प्लास्टिक पैकेट को खुले में फेंकने की बजाय वह ग्राहक से वापस हासिल कर रहे हैं, जिसे रिसाइकिल कर फिर से डेयरी प्रोडक्ट की पैकेजिंग और सब्जियों की पैकेजिंग में इस्तेमाल किया जाता है.
अक्षयकल्प ऑर्गेनिक के सीईओ और सह संस्थापक शशि कुमार ने कहा कि हमें यह साझा करते हुए खुशी हो रही है कि हमारे 'गिव बैक द मिल्क पैक' कार्यक्रम के जरिए हमने बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद में 40,000 किलोग्राम से अधिक प्लास्टिक कचरे को रीसाइकिल किया है. यह उपलब्धि दिखाती है कि समुदाय जब एक साझा लक्ष्य के लिए एकजुट होते हैं तो वे कितने शक्तिशाली बदलाव ला सकते हैं.
शशि कुमार ने कहा कि हम अपने उपभोक्ताओं को धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने इस पहल को सफल बनाने और इस धरती को रहने के लिए एक बेहतर जगह बनाने में हमारा साथ दिया है. यह केवल शुरुआत है और हम स्थिरता की दिशा में बड़ी उपलब्धियों की ओर अपनी यात्रा जारी रखने की उम्मीद करते हैं. इससे पहले सामुदायिक सहभागिता कार्यक्रमों में बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद जैसे प्रमुख शहरों में झील सफाई अभियान और पड़ोस की सफाई अभियान अक्षयकल्प ऑर्गनिक चला चुकी है.