फैटी लिवर (Fatty Liver) एक आम यकृत विकार है जिसमें लिवर में वसा (Fat) जमा हो जाती है. यह समस्या अगर समय पर ना रोकी जाए तो यह गंभीर रूप ले सकती है. अच्छी डाइट और नियमित दिनचर्या अपनाकर इसे काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है. आइए जानते हैं फैटी लिवर में क्या खाना चाहिए, क्या नहीं खाना चाहिए और रोज़ाना कौन से कार्य करने जरूरी हैं.
फैटी लिवर में फाइबर युक्त, बिना प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ जैसे साबुत अनाज (ओट्स, ओटमील), हरी सब्ज़ियां (पालक, ब्रोकली), फल (सेब, पपीता), दालें खाएं. इसके साथ ही, ओमेगा-3 फैटी एसिड के लिए मछली, हल्दी और लहसुन जैसे एंटीऑक्सीडेंट और थोड़ी मात्रा में ऑलिव ऑयल, बादाम और अखरोट जैसे स्वस्थ वसा का सेवन फायदेमंद होता है. ऐसे में आइए विस्तार से जानते हैं फैटी लिवर वाले लोगों को क्या खाना चाहिए.
1. अनाज और दालें
पुराना गेहूं, ब्राउन चावल, बाजरा, ज्वार, मूंग दाल, मसूर दाल आपके लिवर के लिए फायदेमंद हैं. साथ ही बादाम, अखरोट, पिस्ता, सूरजमुखी के बीज और चिया बीज भी लाभकारी हैं.
2. सब्जियां
गाजर, पालक, ब्रोकली, तोरी, लौकी, करेला, परवल, चुकंदर, अदरक, लहसुन, सहजन की पत्तियां, पत्तागोभी, मैथी, शिमला मिर्च, भिंडी, सरसों का साग, चंवलाई, बथुआ जैसी हरी सब्जियां खाना चाहिए. ये लिवर को डिटॉक्स करने में मदद करती हैं.
3. फल
सेब, संतरा, जामुन, आंवला, एवोकाडो, लिची, मौसंबी, अमरूद, चेरी, पपीता और अनानास जैसे फल लिवर के लिए अच्छे होते हैं.
उपमा, इडली, दलिया, ओट्स, ढोकला, ग्रीन टी, थोड़ा कॉफी, अंकुरित अनाज, मूंग दाल की खिचड़ी और चीला, नमकीन छाछ जैसी चीजें सेहत के लिए फायदेमंद हैं.
1. अनाज और दालें जो नुकसानदायक हैं
नया गेहूं, सफेद चावल, मक्का, सूजी, साबुदाना, बेसन, मैदा, उड़द दाल, तुअर दाल और चना दाल से परहेज करें.
2. कुछ सब्जियां भी हानिकारक होती हैं
आलू, बैंगन, अरबी, पनीर, कच्चा आम, कटहल, शकरकंद, राजमा, जिमीकंद, काला चना नहीं खाना चाहिए.
3. कुछ फल लिवर पर असर डाल सकते हैं
केला, चीकू, तरबूज, अंगूर, आम और खजूर से दूरी बनाएं.
पराठा, केक, पेस्ट्री, मक्खन, ब्रेड, अंडा, जैम, दही, लस्सी, कोल्ड ड्रिंक, बेकरी फूड, फ्राइड फूड, आइसक्रीम, पास्ता और चाय से परहेज करें.
फैटी लिवर को सही खान-पान और दिनचर्या से काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है. थोड़ी सी जागरूकता और अनुशासन से आप अपने लिवर को स्वस्थ रख सकते हैं. ऊपर बताए गए खाद्य पदार्थों और दिनचर्या को अपनाकर आप फैटी लिवर की समस्या से बच सकते हैं और अगर यह समस्या हो भी गई है तो उसे नियंत्रित कर सकते हैं.