भारत के कृषि-खाद्य निर्यात को नई उड़ान देने के लिए एग्रीकल्चरल एंड प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी (APEDA) ने एक बड़ा कदम उठाया है. APEDA ने नई पहल करते हुए राजधानी दिल्ली में आयोजित “फूड एंड बेवरेज सेक्टर स्टेकहोल्डर्स मीटिंग” के दौरान BHARATI इनिशिएटिव लॉन्च किया. इस मौके पर केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, संयुक्त अरब अमीरात के विदेश व्यापार मंत्री डॉ. थानी बिन अहमद अल ज़ेयौदी और केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान मौजूद थे. BHARATI यानी Bharat’s Hub for Agritech, Resilience, Advancement and Incubation for Export Enablement का मकसद 100 एग्री-फूड और एग्री-टेक स्टार्टअप्स को सशक्त बनाना है.
सरकार की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि इस पहल का लक्ष्य एग्री-फूड और एग्री-टेक स्टार्टअप्स में नवाचार को बढ़ावा देना, किसानों और उद्यमियों को नई तकनीकों से जोड़ना और भारत को 2030 तक 50 अरब डॉलर के कृषि-खाद्य निर्यात लक्ष्य तक पहुचाना है. सितंबर 2025 से शुरू होने वाले पायलट कोहोर्ट में 100 स्टार्टअप्स को चुना जाएगा. इनमें उच्च मूल्य वाले कृषि-खाद्य उत्पादक, तकनीक आधारित सर्विस प्रोवाइडर और इनोवेशन करने वाले स्टार्टअप्स शामिल होंगे.
तीन महीने का एक्सेलेरेशन प्रोग्राम उन्हें उत्पाद विकास, निर्यात तैयारी, रेगुलेटरी अनुपालन, बाजार तक पहुंच और सहयोगी समाधान पर केंद्रित ट्रेनिंग देगा. BHARATI का फोकस केवल परंपरागत उत्पादों पर नहीं बल्कि उन क्षेत्रों पर भी है, जहां भारत वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना सकता है.
इसमें GI टैग प्राप्त कृषि उत्पाद, ऑर्गेनिक फूड, सुपरफूड, नए प्रोसेस्ड भारतीय खाद्य पदार्थ, पशुधन आधारित उत्पाद और आयुष श्रेणी के उत्पाद शामिल हैं. साथ ही, यह पहल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित क्वालिटी कंट्रोल, ब्लॉकचेन ट्रेसिबिलिटी, IoT सक्षम कोल्ड चेन और एग्री-फिनटेक जैसे आधुनिक तकनीकी समाधानों को भी बढ़ावा देगी.
BHARATI इनिशिएटिव के माध्यम से कृषि निर्यात से जुड़ी बड़ी चुनौतियों जैसे- उत्पाद विकास, मूल्य संवर्धन, गुणवत्ता सुनिश्चित करना, नाशवंत उत्पादों का प्रबंधन, पैकेजिंग और लॉजिस्टिक्स का समाधान भी खोजा जाएगा. यह कार्यक्रम किसानों, स्टार्टअप्स और टेक्नोलॉजी प्रदाताओं के बीच सहयोग को मजबूत करेगा, ताकि वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भारत के उत्पाद और भी सशक्त बनकर सामने आएं. यह पहल सरकार की आत्मनिर्भर भारत, वोकल फॉर लोकल, डिजिटल इंडिया और स्टार्ट-अप इंडिया जैसी दृष्टियों के अनुरूप है. इसके जरिये न केवल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय कृषि-खाद्य उत्पादों की पहचान बढ़ेगी, बल्कि देश के युवाओं और उद्यमियों को भी एक बड़ा अवसर मिलेगा.
स्टार्टअप्स की इस यात्रा को सफल बनाने के लिए APEDA राज्य कृषि बोर्डों, कृषि विश्वविद्यालयों, IIT और NIT जैसे प्रमुख संस्थानों, उद्योग संगठनों और मौजूदा एक्सेलेरेटर्स के साथ साझेदारी करेगा. सितंबर 2025 से APEDA की वेबसाइट के माध्यम से आवेदन प्रक्रिया शुरू होगी, जिसके बाद चयनित स्टार्टअप्स को पायलट कोहोर्ट में शामिल किया जाएगा. BHARATI का यह पहला बैच आने वाले वर्षों के लिए एक मॉडल बनेगा.
इसे हर साल बड़े स्तर पर दोहराया जाएगा, ताकि निर्यात में निरंतर नवाचार और स्थायी वृद्धि सुनिश्चित हो सके. APEDA ने दोहराया कि उसका संकल्प भारतीय कृषि और प्रोसेस्ड फूड उत्पादों को वैश्विक बाजार में और मजबूत बनाना है. BHARATI की शुरुआत के साथ ही भारत के कृषि-खाद्य निर्यात को नई दिशा मिलने की उम्मीद है. यह पहल युवाओं की ऊर्जा और उद्यमशीलता को वैश्विक मंच पर ले जाएगी और भारत की स्थिति को विश्व खाद्य व्यापार में और सुदृढ़ करेगी.