कुछ वक्त पहले तक बाजारों में रोजे (रमजान) के दौरान ही सबसे ज्यादा खजूर दिखाई देते थे. लेकिन आज साल के 12 महीने खजूर की 20 से ज्यादा वैराइटी भारतीय बाजारों में बिक रही हैं. 100 रुपये से लेकर 26 सौ रुपये किलो तक का खजूर दुकानों पर खूब बिक रहा है. हालांकि अभी तक रोजे के दौरान ही खजूर की अच्छी खासी बिक्री होती थी. क्योंकि सभी रोजेदार की कोशिश होती है कि वो रोजा इफ्तार खजूर से ही करे.
पैकिंग में नाम से बिकने वाले खजूर की कीमत बाजार में 170 रुपये किलो से लेकर 2600 सौ रुपये किलो तक है. वहीं बिना नाम के खुला बिकने वाला खजूर 100 से 110 रुपये किलो तक बिक रहा है. खजूर सभी की पहुंच में हो इसके लिए बाजारों में ठेल-ढकेल पर 100 रुपये किलो वाला खुला हुआ खजूर भी बिक रहा है. अब तो जूस की दुकानों पर खजूर शेक भी बिक रहा है.
खजूर के ट्रेडर्स हाजी इकबाल का कहना है कि ये पहला मौका है जब देश के बाजार में खजूर की 20 से ज्यादा वैराइटी मौजूद हैं. सबसे महंगे अजवा के अलावा सफवी, कलमी, अल रोजा, अलिफ रेहान, फरद, याकूत, अलमदीना, मरीयमी, कीमिया, बूमन, बट, इनसमूर, अलमदीना, किम तमूर, क्राउन, फेलकॉन, डेसर्ट किंग, मस्कट, अरेबियन, सीडलेस आदि पैक्ड खजूर बाजार में बिक रहे हैं.
अरब का खास टहनी वाला अलमदीना खजूर को जितने लोग खरीदते हैं उससे कहीं ज्यादा लोग देखते भी हैं. इस खजूर की खास बात ये है कि एक-एक खजूर टहनी से जुड़ा हुआ होता है. एक टहनी में करीब 50 से 55 खजूर जुड़े होते हैं. खरीदार सीधे टहनी से खजूर तोड़कर खाते हैं. बाजार में इसकी कीमत 300 से 350 रुपये किलो बताई जा रही है. वहीं अजवा खजूर एक रेट 26 सौ रुपये किलो बिक रहा है. अजवा के 250 ग्राम पैकेट की कीमत 645 रुपये है.
एसएन मेडिकल कॉलेज की डायटीशियन मिनी शर्मा बताती हैं कि एक खजूर में फाइबर, डायटरी फाइबर, विटामिन बी-6, आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नेशियम और कार्बोहाइड्रेड प्रचूर मात्रा में पाए जाते हैं. इसमे हाई कैलोरी होती. इसके सेवन से कम खाने में भरपूर एनर्जी मिलती है. रोजाना 6 से 7 खजूर काफी हद तक शरीर की जरूरत को पूरा करते हैं.