उत्तर प्रदेश में रबी के सीजन में किसानों को खाद की कमी का सामना करना पढ़ रहा है.बीते 2 महीनों से प्रदेश के सभी जनपदों में किसानों को उनकी जरूरत के मुताबिक डीएपी और यूरिया की पूर्ति नहीं हो पा रही है.वहीं दूसरी तरफ खाद की कमी का फायदा उठाकर बाजार में नकली खाद भी खूब बिक रही है.गेहूं और दलहन फसलों की बुवाई के लिए किसानों को मजबूरी में बाजार से महंगे दामों पर खाद खरीदनी पड़ रही है.वहीं कई किसानों की शिकायत भी मिल नहीं थी की खाद खेत में डालने के बाद वह जस की तस पड़ी हुई है.असल में बाजार से खरीद कर जिस खाद का प्रयोग किसान कर रहे हैं उसमें से ज्यादा बड़ी मात्रा नकली खाद की है.कृषि विभाग लगातार सक्रियता के चलते इत्र नगरी कन्नौज में खाद का जखीरा पकड़ा गया है.1500 बोरी खाद बरामद हुई है.जिला कृषि अधिकारी और नायब तहसीलदार ने नकली खाद बेचने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई भी की है. वही किसानों को भी नकली खाद बेचने वालों से सावधान होने की जरूरत है,नहीं तो उनकी फसलों को भी नुकसान हो सकता है.
उत्तर प्रदेश में खाद की किल्लत का भरपूर फायदा खाद माफिया उठा रहे हैं.उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में बड़े पैमाने पर बाजारों में नकली खाद की खपत हो रही है.अब किसानों की शिकायत के बाद इत्र नगरी कन्नौज में एसडीएम की अगुवाई में छापेमारी हुई है .जहां कोल्ड स्टोरेज में मौजूद 2 गोदामो से 800 बोरी यूरिया और ट्रक में लदी हुई 700 बोरी यूरिया की खाद बरामद हुई है.भारी मात्रा में उर्वरक को डंप करके महंगे दामों पर बेचने की तैयारी मे थे. तिर्वा रोड स्थित शंकर कोल्ड स्टोरेज के दो गोदामों से खाद का यह जखीरा बरामद हुआ है.
उर्वरक की कमी का फायदा उठाकर बाजारों बिक रही नकली खाद का खेतों में उपयोग करने पर किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है.किसानों को नकली खाद की पहचान होना काफी जरूरी है.आज हम बता रहे हैं असली और नकली खाद के बीच पहचान के मुख्य तरीके ..
नकली डीएपी के दाने सख्त, भूरे या काले रंग के होते हैं.इन दोनों को नाखूनों से अच्छी तरीके से नहीं तोड़ा जा सकता है
डीएपी के असली दानों को चुने के साथ रगड़ा जाता है तो इससे तेज गंध निकलती है जो बर्दाश्त नहीं होती है
वही गर्म प्लेट में डीएपी को रखने पर इस के दाने फुल जाते हैं तो समझे यह असली है, नहीं तो नकली
यूरिया के असली दाने सफेद, चमकदार और आकार में एक समान गोल होते हैं
असली यूरिया के दाने पानी में घुलनशील होते हैं और छूने पर ठंडा महसूस होता है
गर्म प्लेट पर रखने पर यूरिया पिघल जाती है