यूपी के बांदा में खाद के लिए हाहाकार है. सोशल मीडिया पर आईं तस्वीरें बताती हैं कि किसानों का कितना बुरा हाल है. लाइनों में एक दूसरे पर लोग चढ़े हुए हैं. पुलिस की निगरानी में खाद का वितरण हो रहा है. इसके बाद भी किसानों को जरूरत की खाद नहीं मिल पा रही है.
कानपुर देहात के अकबरपुर क्षेत्र में किसान खाद के लिए सरकारी दुकानों के बाहर घंटों लाइन लगाने को मजबूर हैं, लेकिन उन्हें खाद नहीं मिल रही है. किसानों को आरोप है कि 15 दिन से वितरण बंद है, जिससे धान समेत खरीफ फसलें बर्बादी की कगार पर हैं.
UP News: योगी सरकार किसानों के हित में लगातार कदम उठा रही है. यूरिया का वास्तविक मूल्य 2,174 रुपये प्रति बैग है, लेकिन सब्सिडी के चलते यह किसानों को मात्र 266.50 रुपये में उपलब्ध कराया जा रहा है. समय से खाद, बीज और सिंचाई सुविधाओं की वजह से प्रदेश का खाद्यान्न उत्पादन बढ़कर 737 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच चुका है.
यूपी में खाद के लिए किसान जूझ रहे हैं. कई जिलों से ऐसी खबरें हैं कि किसानों को घंटों इंतजार के बाद भी खाद नहीं मिल रही है. दूसरी ओर सरकार आंकड़े जारी कर बताए हैं कि खाद की कोई कमी नहीं है. यहां तक कि खुद सीएम योगी ने अधिकारियों को स्थिति पर निगाह रखने की हिदायत दी है.
UP News: सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि राज्य सरकार हर किसान को समय से खाद और बीज उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह सक्रिय है. फिलहाल प्रदेश में 15 लाख 91 हजार मीट्रिक टन विभिन्न प्रकार के फर्टिलाइजर उपलब्ध हैं. खरीफ 2024 में अब तक 32 लाख 7 हजार मीट्रिक टन खाद की बिक्री हुई है, जो पिछले साल की तुलना में साढ़े चार लाख मीट्रिक टन अधिक है.
Fertilizers: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खाद की कालाबाजारी पर कड़ी चेतावनी दी है. साथ ही उन्होंने किसानों से अपील की है कि खाद का भंडारण न करें. जितनी आवश्यकता है, उतना खाद लें, जब-जब आवश्यकता है, तब-तब खाद लें.
Ayodhya News: जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने स्पष्ट किया कि योगी आदित्यनाथ सरकार किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद और उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है. इस वर्ष अब तक जनपद अयोध्या में 43 हजार मीट्रिक टन खाद का वितरण किया जा चुका है, जो पिछले वर्ष की तुलना में अधिक है.
यूपी के कई जिलों में खाद के लिए हाहाकार देखा जा रहा है. इसमें ताजा खबर बांदा और श्रावस्ती से आई है जहां किसान घंटों लाइन में खड़े रहे, लेकिन उन्हें खाद नहीं मिली. किसानों ने गुस्से में हाइवे को जाम कर दिया. किसानों ने आरोप लगाया कि सोसायटी प्रबंधन खाद की कालाबाजारी कर रहा है.
किसानों पर लाठीचार्ज की यह घटना एक-दो दिन पुरानी है, लेकिन इसका वीडियो आज वायरल हुआ. इसमें देखा जा सकता है कि किसानों पर पुलिस कैसे कार्रवाई कर रही है जबकि किसान घंटों से लाइन में खड़े हैं. किसान खाद के लिए लाइनों में लगे हैं.
UP News: डॉ मिश्रा ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष अब तक 4,71,401 मीट्रिक टन अधिक बिक्री हो चुकी है. वहीं कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जनपदों में निरंतर मॉनीटरिंग कर किसानों को सहजता से खाद उपलब्ध कराया जाए.
UP News: प्रदेश सरकार निर्धारित मूल्य (एमआरपी) पर किसानों को गुणवत्तापूर्ण उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित करा रही है. उर्वरक वितरण में आसामाजिक तत्वों द्वारा कालाबाजारी, जमाखोरी, ओवररेटिंग, टैगिंग आदि से किसान प्रभावित न हों, इसका पूरा ध्यान रखते हुए कार्यवाही भी की जा रही है.
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