देश में पिछले दो साल से सबसे अधिक चर्चा मोटे अनाजों की है. मोटे अनाजों की खेती भी काफी तेजी से बढ़ती जा रही है. ऐसा ही एक मोटा अनाज रागी है, जिसे फिंगर मिलेट या मडुआ के नाम से भी जाना जाता है. यह एक पौष्टिक अनाज है, जिसकी खेती दुनिया के कई देशों में की जाती है. रागी आवश्यक पोषक तत्वों का भंडार है, जो पाचन में सहायता करता है. साथ ही शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है. वहीं, रागी में पाए जाने वाले पोषक तत्वों को देखते हुए इसकी मांग दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. ऐसे में अगर आप भी रागी की खेती करना चाहते हैं और उसकी उन्नत किस्म VL-376 का बीज मंगवाना चाहते हैं तो आप रागी के बीज को ऑनलाइन अपने घर पर मंगवा सकते हैं और खेती कर सकते हैं.
किसान मौजूदा समय में धान-गेहूं के अलावा मोटे अनाजों की खेती भी बड़े पैमाने पर करने लगे हैं. इसके लिए सरकार भी किसानों को प्रोत्साहित कर रही है. इससे किसानों की बंपर कमाई भी हो रही है. इसलिए किसान बड़े स्तर पर इसकी खेती कर रहे हैं. ऐसे में किसानों की सुविधा के लिए राष्ट्रीय बीज निगम ऑनलाइन रागी का बीज बेच रहा है. इस बीज को आप एनएससी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद कर बंपर कमाई कर सकते हैं. साथ ही इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर भी मंगवा सकते हैं. बता दें कि रागी की खेती मई महीने यानी खरीफ सीजन में की जाती है.
रागी की VL-376 किस्म को भारत में ज्यादातर जगहों पर खरीफ की फसल के रूप में उगाया जाता है. ये रागी की अधिक उपज देने वाली किस्म है. इसकी फसल रोपाई के 100 से 110 दिनों में पककर तैयार हो जाती है. वहीं, ये किस्म ब्लास्ट रोग प्रतिरोधक होती है. ये किस्म उपज में भी काफी बेहतर है. साथ ही इस को सूखे प्रभावित क्षेत्र में भी आसानी से उगा सकते हैं.
अगर आप भी इस किस्म की खेती करना चाहते हैं तो इस बीज का 5 किलो का पैकेट आपको फिलहाल 19 फीसदी की छूट के साथ मात्र 422 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएगा. साथ ही इस बीच को खरीदने पर एक टी-शर्ट भी फ्री में मिलेगा. बता दें कि ये ऑफर मात्र 28 मई तक ही है. ऐसे में इस बीज को खरीद कर आप रागी की खेती कर सकते हैं.
रागी की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी बेहतर मानी जाती है. इसकी खेती के लिए भूमि उचित जल निकासी वाली होनी चाहिए क्योंकि जलभराव वाली भूमि में रागी की फसल खराब हो जाती है. इसकी खेती में सामान्य बारिश की जरूरत होती है. दरअसल रागी के बीजों की रोपाई के लिए ड्रिल विधि को सबसे उपयुक्त माना जाता है. यदि आप छिड़काव विधि द्वारा बीजों की रोपाई करना चाहते है, तो उसके लिए आपको समतल भूमि में बीजों को छिड़कना होगा.