Moong Variety: मूंग की खेती ग्रीष्मकालीन यानी जायद और खरीफ फसल के तौर पर की जाती है. इसकी दाल को हरा चना भी कहा जाता है. ये भारत में एक प्रमुख दलहनी फसल है, जो कृषि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. मूंग की खेती कम लागत और कम समय में आसानी से की जा सकती है. ऐसे में खरीफ सीजन की शुरुआत में किसान अपने खेतों में मूंग की खेती कर सकते हैं. मूंग की खास बात है कि यह जमीन में नाइट्रोजन की मात्रा को बढ़ाती है, जिससे अगली फसलों से बढ़िया उत्पादन मिलता है. ऐसे में अगर आप भी मूंग की खेती करना चाहते हैं और उसकी उन्नत किस्म IPM 410-3 शिखा का बीज नीचे दी गई जानकारी की सहायता से ऑनलाइन अपने घर पर मंगवा सकते हैं.
किसान मौजूदा समय में धान-गेहूं के अलावा दलहनी फसलों की खेती भी बड़े पैमाने पर करने लगे हैं. इसके लिए सरकार भी किसानों को प्रोत्साहित कर रही है. इससे किसानों की बंपर कमाई भी हो रही है. इसलिए किसान बड़े स्तर पर इसकी खेती कर रहे हैं. ऐसे में किसानों की सुविधा के लिए राष्ट्रीय बीज निगम ऑनलाइन मूंग का बीज बेच रहा है. इस बीज को आप एनएससी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद कर बंपर कमाई कर सकते हैं. साथ ही इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर भी मंगवा सकते हैं. बता दें कि मूंग की खेती मार्च-अप्रैल के अलावा खरीफ सीजन में भी की जाती है.
IPM 410-3 शिखा मूंग की एक खास वैरायटी है. इसे शिखा भी कहा जाता है. ये मूंग की एक अधिक उपज देने वाली किस्म है, जिसे 2016 में भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान, कानपुर द्वारा विकसित किया गया था. यह किस्म MYMV के प्रति प्रतिरोधी है और दोनों सीजन में खेती के लिए उपयुक्त है. इस किस्म की खेती से किसान 11-12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की उपज पा सकते हैं. वहीं इस किस्म को तैयार होने में मात्र 65-70 दिन का समय लगता है. वहीं, इस किस्म की खेती राजस्थान, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात में की जाती है.
अगर आप भी मूंग की शिखा किस्म की खेती करना चाहते हैं, तो इस किस्म के बीज का 4 किलो का पैकेट फिलहाल 28 फीसदी की छूट के साथ 592 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएगा. इसे खरीद कर आप आसानी से मूंग की खेती कर सकते हैं. साथ ही अच्छी कमाई भी कर सकते हैं.
मूंग की खेती के लिए खेत की तैयारी बहुत महत्वपूर्ण है. बुवाई के पहले खेत की दो से तीन बार जुताई करें. उसके बाद ढेलों को कुचलने और खरपतवारों को नष्ट करने के लिए हल्की जुताई करें. मूंग दाल के बीज बोने की विधि में मौसम का भी ध्यान रखना चाहिए. खरीफ की बुवाई के लिए पौधे से पौधे की दूरी 10 सेमी और पंक्ति की दूरी 30 सेमी रखने की सलाह दी जाती है. साथ ही खरीफ मूंग की खेती के लिए सबसे अच्छा समय बरसात का होता है.