खरीफ की फसल का सीजन चल रहा है और इस वक्त मुनाफाखोर और मिलावटखोरों के भी गैंग सक्रिय हैं, जो नकली खाद-बीज और कीटनाशक बनाकर बेच रहे हैं. इसी क्रम में अब दिल्ली के अलीपुर में एक गोदाम मालिक सहित चार लोगों को लगभग गिरफ्तार किया गया है. इन आरोपियों के पास से 3.5 लाख रुपये की कीमत के अवैध कीटनाशक जब्त किए गए हैं. एक अधिकारी ने बताया कि इन चार आरोपियों को अवैध कीटनाशक के निर्माण और भंडारण के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों की पहचान गोदाम मालिक परवीन, मनोज कुमार यादव (45), राहुल कुमार यादव (22) और शती नारायण यादव (24) के रूप में हुई है, ये वहां मजदूर के तौर पर काम करते हैं. उन्होंने बताया कि परिसर से लगभग 3.5 लाख रुपये की कीमत का 3.2 टन प्रतिबंधित कृषि रसायन बरामद किया गया है. बताया गया है कि परिसर की तलाशी लेने पर अधिकारियों को बड़ी मात्रा में बिना लाइसेंस वाले और संभावित रूप से हानिकारक कीटनाशकों का अवैध रूप से भंडारण और रीपैकेजिंग करते हुए पाया गया.
पुलिस उपायुक्त (आउटर नॉर्थ) हरेश्वर स्वामी ने बताया कि एक गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने 9 जुलाई को अलीपुर में शिवम धर्म कांटा के पास खसरा संख्या 713 स्थित एक गोदाम पर छापा मारा. यह छापा दिल्ली सरकार के कृषि विभाग के कीटनाशक निरीक्षक के साथ कॉर्डिनेशन में मारा गया. डीसीपी ने आगे कहा, "कुल 3.2 टन कीटनाशक ज़ब्त किए गए, जिनका इस्तेमाल चालू धान के मौसम में किसानों द्वारा किया जा सकता है. सामग्री कानूनी नियमों का उल्लंघन करते हुए पैक और लेबल की गई पाई गई." बरामदगी के आधार पर अलीपुर पुलिस स्टेशन में कीटनाशक अधिनियम की धारा 29 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
इसको लेकर डीसीपी ने आगे बताया कि पूछताछ के दौरान गोदाम के मालिक परवीन ने खुलासा किया कि वह पिछले दो सालों से बिना लाइसेंस के अवैध कीटनाशक का कारोबार चला रहा था और इन उत्पादों को स्थानीय बाजार में बेच रहा था. जब्त किए गए स्टॉक पर खतरनाक और "जहरीला" लेबल लगा हुआ था और अधिकांश उत्पाद वैध आपूर्ति जैसे दिखने वाले ब्रांडेड बैगों में पैक किए गए थे. अधिकारी ने बताया कि नकली कृषि उत्पादों की आपूर्ति श्रृंखला और वितरण नेटवर्क का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है.
गौरतलब है कि खरीफ सीजन के दौरान मिलावटखोर सक्रिय हो गए हैं. इससे पहले नकली बीजों के मामले में भी सीधे कृषि मंत्री शिवराज सिंह को दखल देनी पड़ी थी. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीते रविवार को किसानों को दिए गए बीजों के अंकुरित न होने की शिकायतों के बाद उनकी जांच के आदेश दिए हैं. अपने गृह क्षेत्र में एक आउटरीच कार्यक्रम के दौरान, चौहान ने एक खेत का दौरा किया और बीजों को खोदकर देखा ताकि कम अंकुरण दर और फसल खराब होने की शिकायतों की प्रत्यक्ष जांच की जा सके. स्थानीय किसानों ने इस समस्या के लिए स्थानीय आपूर्तिकर्ताओं द्वारा दिए जा रहे नकली बीजों को जिम्मेदार ठहराया था.
PTI के इनपुट के साथ.
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