NSC: किसानों के लिए फायदे का सौदा है सांवा की खेती, यहां से खरीदें सस्ते में बीज

NSC: किसानों के लिए फायदे का सौदा है सांवा की खेती, यहां से खरीदें सस्ते में बीज

इन मोटे अनाजों में सांवा (Barnyard Millet) काफी फायदेमंद अनाज है. यह एक सूखा-सहिष्णु फसल है और कम उपजाऊ भूमि में भी आसानी से उगाया जा सकता है. ऐसे में अगर आप भी सांवा की खेती करना चाहते हैं और उसकी उन्नत वैरायटी के बीज मंगवाना चाहते हैं तो आप नीचे दी गई जानकारी की सहायता से इसके बीज मंगवा सकते हैं.

सांवा की खेतीसांवा की खेती
संदीप कुमार
  • Noida,
  • Sep 05, 2025,
  • Updated Sep 05, 2025, 11:50 AM IST

आज कल पूरे देश में मोटे अनाजों की चर्चा जोर-शोर पर है. वहीं, लोग शरीर को सेहतमंद रखने के लिए पोषण से भरपूर अनाज खाते हैं, ऐसे में मोटा अनाज एक ऐसा अनाज है जिसे सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. यही वजह है कि देश के किसानों से लेकर लोगों के बीच मोटे अनाजों की डिमांड तेजी से बढ़ती जा रही है. इन मोटे अनाजों में सांवा (Barnyard Millet) काफी फायदेमंद अनाज है. यह एक सूखा-सहिष्णु फसल है और कम उपजाऊ भूमि में भी आसानी से उगाया जा सकता है. ऐसे में अगर आप भी सांवा की खेती करना चाहते हैं और उसकी उन्नत वैरायटी के बीज मंगवाना चाहते हैं तो आप नीचे दी गई जानकारी की सहायता से इसके बीज मंगवा सकते हैं.

यहां से खरीदें सांवा के बीज

किसान अब तेजी से मोटे अनाजों की खेती बड़े पैमाने पर करने लगे हैं. इससे किसानों की बंपर कमाई भी हो रही है. इसलिए किसान बड़े स्तर पर सांवा की खेती कर रहे हैं. ऐसे में किसानों की सुविधा के लिए राष्ट्रीय बीज निगम ऑनलाइन सांवा का बीज बेच रहा है. इस बीज को आप एनएससी के ऑनलाइन स्टोर से ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर भी मंगवा सकते हैं.

सांवा के किस्म की खासियत

DHBM -93-3 सांवा की एक खास किस्म है. ये सांवा की तेजी से तैयार होने वाली किस्म है. ये किस्म करीब 45-60 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है. इसे सूखे जैसे क्षेत्रों में भी आसानी से उगाया जा सकता है.

DHBM -93-3 सांवा की कीमत

अगर आप भी सांवा की खेती करना चाहते हैं, तो इसके 4 किलो के पैकेट का बीज फिलहाल 7 फीसदी छूट के साथ मात्र 313 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएगा. इसे खरीद कर आप आसानी से सांवा की खेती कर बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं.

सांवा की कैसे करें खेती

सांवा की खेती सितंबर में की जाती है. इसे ऊंचे और अच्छी जल निकासी वाली बलुई दोमट या मटियार मिट्टी में उगाना चाहिए. इसके लिए खेत तैयार करते समय हल्की जुताई करें और देसी खाद मिलाएं. वहीं, बुवाई से पहले बीज को रात भर भिगोकर और सुखाकर बोएं. सांवा सूखा प्रतिरोधी फसल है, लेकिन फूल आने की अवस्था में एक बार सिंचाई करना जरूरी होता है. बुवाई के 20-25 दिन बाद पहली निराई-गुड़ाई करें और फसल पकने पर कटाई कर बंडल बनाकर सुखा लें. 

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