Seed Benfits: कैल्शियम और आयरन से भरपूर बीज बचाता है ट्यूमर से, किसानों को देता है लाखों का रिटर्न 

Seed Benfits: कैल्शियम और आयरन से भरपूर बीज बचाता है ट्यूमर से, किसानों को देता है लाखों का रिटर्न 

Seed Benfits: अमरंथ खरीफ की फसल है और जुलाई से लेकर अगस्त तक इसकी खेती की जाती है. वहीं रबी यानी अक्टूबर-नवंबर में भी इसे उगाया जा सकता है. औसतन एक बार में 10 से 12 क्विंटल  बीज प्रति हेक्टेयर तक उपज किसानों को मिलती है. इसकी खेती से किसानों को कम लागत में अच्छा मुनाफा हो सकता है.

Amarnath Farming Amarnath Farming
क‍िसान तक
  • Noida ,
  • Jun 06, 2025,
  • Updated Jun 06, 2025, 7:18 AM IST

Seed Benfits: एक ऐसा बीज, जो लंबे समय से पोषण विशेषज्ञों के बीच चर्चा का विषय रहा है, एक बार फिर से हेल्‍थ के लिए जागरूक लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है. इस बीज में प्रोटीन, कैल्शियम और आयरन की मात्रा बहुत ज्‍यादा होती है. कई वजहों से इसे इंसानों के लिए फायदेमंद माना गया है.  इसका नाम है अमरंथ और ज्‍यादातर लोग इसे  कंगनी, चौलाई या राजगीरा के नाम से भी जानते हैं. इस बीज में मैंगनीज, मैग्नीशियम, फास्फोरस, आयरन, फाइबर, प्रोटीन पाए जाते हैं. 

कितने पोषक तत्‍वों की खान 

इन बीजों में अमीनो एसिड्स के अलावा विटामिन्स ए समेत बाकी विटामिन भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. एक स्‍टडी के अनुसार यह बीज एक पौष्टिक, ग्लूटेन-फ्री खाद्य पदार्थ है, जो लंबे समय से दक्षिण और सेंट्रल अमेरिका के आहार का हिस्सा रहा है. गेहूं या मक्का की तुलना में, अमरंथ में लाइसिन की उच्च मात्रा पाई जाती है, जो टिश्‍यूज की रिपेयरिंग और कैल्शियम को ऑब्‍जर्व करने में मददगार होता है. अधिकांश सामान्य अनाजों में लाइसिन की मात्रा कम होती है जिससे अमरंथ एक अधिक पूर्ण प्रोटीन स्रोत बनता है. जो लोग पूर्ण शाकाहारी हैं, उनके लिए यह काफी फायदेमंद होताा है. इसके अलावा, अमरंथ में चावल या जई की तुलना में अधिक आयरन और मैग्नीशियम होता है, जो सामान्य आहार में पोषण संबंधी अंतराल को भरने में मदद कर सकता है. 

भारत में होती है इसकी खेती 

अमरंथ या राजगिरा या चौलाई की खेती भारत में सदियों पुरानी है. यह एक पारंपरिक, पौष्टिक और कम खर्चीली फसल है, जो कम पानी और सीमित संसाधनों में भी अच्छी उपज किसानों को देती है. भारत में यह मुख्य तौर पर पर्वतीय, अर्ध-शुष्क और आदिवासी क्षेत्रों में उगाई जाती है. उत्‍तर भारत में उत्‍तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्‍तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में इसकी खेती होती है. वहीं झारखंड, ओडिशा, बिहार, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के अलावा तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्‍ट्र के कुछ हिस्‍सों में भी यह उगाया जाता है. 

डेढ़ लाख तक का फायदा 

अमरंथ खरीफ की फसल है और जुलाई से लेकर अगस्त तक इसकी खेती की जाती है. वहीं रबी यानी अक्टूबर-नवंबर में भी इसे उगाया जा सकता है. औसतन एक बार में 10 से 12 क्विंटल  बीज प्रति हेक्टेयर तक उपज किसानों को मिलती है. इसकी खेती से किसानों को कम लागत में अच्छा मुनाफा हो सकता है, खासकर उन इलाकों में जहां दूसरी फसलें उतना अच्छा रिटर्न नहीं देती हैं. एक हेक्‍टेयर में इसकी खेती में करीब आठ से 12 हजार की लागत आती है जबकि इससे किसानों को 60 हजार से डेढ़ लाख तक का फायदा हो सकता है. 

यह भी पढ़ें- 

MORE NEWS

Read more!