बिहार में ठंड अपने अंतिम पड़ाव की ओर है. इस ठंड के समाप्ति के साथ पिछले कई महीनों से राज्य की राजनीति में जारी गर्माहट पर अब विराम लग चुका है. नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सहयोग से नौवीं बार मुख्यमंत्री की शपथ ली है. इनके साथ अन्य आठ लोगों ने भी मंत्री पद की शपथ ली. मगर शपथ लेने वाले कई मंत्री और मुख्यमंत्री तक, केंद्र से लेकर राज्य में कृषि मंत्री के पद पर कार्य कर चुके हैं. इसमें नीतीश कुमार, सम्राट चौधरी, डॉ प्रेम कुमार शामिल हैं. वहीं राजनीति से जुड़े कुछ जानकारों का कहना है कि मुख्यमंत्री इन दो मंत्रियों में से किसी एक को कृषि मंत्री बना सकते हैं. वहीं सबसे दिलचस्प बात यह है कि 2020 में हुए 17वीं विधान सभा चुनाव के चौथे साल में बिहार के लोग चौथे कृषि मंत्री को भी देखेंगे.
बता दें कि सीएम नीतीश कुमार ने रविवार को 9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. इनके साथ ही बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और पूर्व विधान सभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने उपमुख्यमंत्री के पद की शपथ ली. शपथ ग्रहण समारोह के बाद मुख्यमंत्री राजभवन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि बिहार के हित में विकास का कार्य करते रहे हैं, पूरे इलाके के विकास के लिए काम करते रहेंगे. पहले भी बीजेपी के साथ थे, बीच में कहीं चले गए थे. अब पहले जहां थे, वहीं आ गए हैं. मेरे द्वारा विपक्ष को तेजी से एकजुट करने का प्रयास किया गया. लेकिन वे लोग कुछ नहीं किए.
ये भी पढ़ें-विरोधी नीतीश कुमार को क्यों कहते हैं 'पलटूराम'? जानिए कब-कब बदला मन और कब किसका थामा हाथ
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने राजभवन स्थित राजेंद्र मंडप में मुख्यमंत्री को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. वहीं नई सरकार के गठन के दौरान नीतीश कुमार के अलावा आठ लोगों को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई. लेकिन इनमें से तीन लोग कृषि मंत्री के पद पर कार्य कर चुके है जिसमें सीएम नीतीश कुमार दो बार केंद्र में कृषि मंत्री के तौर पर काम कर चुके हैं. इसमें पहली बार वह वीपी सिंह की सरकार में कृषि राज्य मंत्री रहे. इसके अलावा अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के कार्यकाल में कृषि मंत्री के पद पर कार्य कर चुके है. वहीं बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी राबड़ी सरकार में कृषि मंत्री रह चुके हैं जबकि बीजेपी से मंत्री पद की शपथ लेने वाले डॉ प्रेम कुमार जुलाई 2017 से नवंबर मध्य 2020 तक कृषि मंत्री के पद पर कार्य कर चुके है.
2020 में 17वीं बिहार विधान सभा का चुनाव हुआ था. इस चार साल के दौरान नीतीश कुमार तीन बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं. इसके साथ ही राज्य के तीन कृषि मंत्री भी शपथ ले चुके हैं जिसमें से बीजेपी से अमरेंद्र प्रताप सिंह 16 नवंबर 2020 से 9 अगस्त 2022 तक कृषि मंत्री रहे. इनके बाद राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायक सुधाकर सिंह कृषि मंत्री रहे. वहीं जब इन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया तो उनके स्थान पर आरजेडी विधायक कुमार सर्वजीत को कृषि मंत्री बनाया गया. वहीं एक बार फिर बिहार में सता के बदलाव के बीच नीतीश कुमार की बीजेपी गठबंधन वाली सरकार में कृषि मंत्री कौन रहेगा, यह देखने वाली बात होगी. अगर देखा जाए तो बीते चार साल के दौरान राज्य के लोगों ने अभी तक तीन कृषि मंत्री देखा है. वहीं चतुर्थ कृषि रोड मैप की कार्य अवधि में चौथे कृषि मंत्री भी बिहार को चौथे साल में मिलने वाले हैं.