बाजार में धड़ल्ले से बिक रहा है नकली केसर, ऐसे करें पहचान

बाजार में धड़ल्ले से बिक रहा है नकली केसर, ऐसे करें पहचान

कश्मीरी केसर पूरे विश्व में मशहूर है. मसालों में केसर सबसे महंगा बिकता है. सर्दियों के मौसम में केसर की मांग काफी ज्यादा बढ़ जाती है. इसमें मौजूद गुण न सिर्फ शरीर को गर्म रखने का काम करता है बल्कि हमारे शरीर को कई गंभीर बीमारियों से बचाने का काम भी करता है. केसर को लाल सोना भी कहा जाता है. महंगा होने के चलते बाजार में केसर में मिलावट भी खूब की जाती है.

केसर केसर
धर्मेंद्र सिंह
  • Lucknow ,
  • Dec 19, 2022,
  • Updated Dec 19, 2022, 7:15 AM IST

कश्मीरी केसर पूरे विश्व में मशहूर है. मसालों में केसर सबसे महंगा बिकता है. वहीं सर्दियों के मौसम में केसर की मांग काफी ज्यादा बढ़ जाती है. इसमें मौजूद गुण न सिर्फ शरीर को गर्म रखने का काम करता है बल्कि हमारे शरीर को कई गंभीर बीमारियों से बचाने का काम भी करता है. केसर को लाल सोना भी कहा जाता है. महंगा होने के चलते बाजार में केसर में मिलावट भी खूब की जाती है. 

नकली केसर न सिर्फ सेहत के लिए नुकसानदायक होता है बल्कि इसके प्रयोग से कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है. वहीं केसर की पहचान नहीं कर पाने की वजह से लोग ठगे जाते हैं. ऐसे में आज हम आपको मिलावटी केसर की पहचान के आसान तरीके बताएंगे. इन तरीकों को अपनाकर आप आसानी से असली और नकली केसर की पहचान कर सकेंगे- 

बाजार में बिक रहा है नकली केसर, हो जाएं सावधान

दुनिया में सबसे महंगा मसाला केसर को माना जाता है. वहीं सर्दियों के मौसम पर केसर के उपयोग से कई बीमारियों का निदान भी होता है. केसर हमारी त्वचा की रंगत को निखारने का काम करता है. बाजार में 1 ग्राम केसर की कीमत 400 से 500 होती है. महंगी कीमत के कारण मिलावटी केसर भी खूब बिक रहा है. असली और नकली केसर के बीच पहचान न कर पाने के कारण ही लोग अक्सर बाजारों में ठगे जाते हैं. केसर में मिलावट के लिए मक्के के बाल का इस्तेमाल किया जाता है. वही इसके सेवन से पाचन संबंधी समस्या गैस की दिक्कत होती है.

असली केसर की पहचान इन तरीकों से करें 

1. केसर में मिलावट का पता लगाने के लिए सबसे आसान तरीका कांच का जार लें. इसमें 70 से 80 डिग्री तक गर्म किया हुआ पानी डालें. इसके बाद केसर की कुछ पंखुड़ियां इसमें डालें. अगर केसर असली है तो पानी में केसर की तरह का रंग धीरे-धीरे छूटेगा, अगर केसर में मिलावट की गई है तो केसर से रंग तुरंत छूटने लगेगा.

2. स्वाद के माध्यम से भी केसर में मिलावट पता लगाया जा सकता है. जीभ पर केसर की पंखुड़ियां रखने से अगर स्वाद में यह कड़वा लगे तो समझे असली है. नकली केसर स्वाद में मीठा लगता है.

3. असली केसर की पहचान सुगंध के माध्यम से भी की जाती है. असली केसर की सुगंध शहद की तरह मीठी होती है. अगर केसर में मिलावट की गई है तो उसमें कड़वी या दूसरी तरह की गंध आती है.

4. असली केसर पहचान करने के लिए एक कटोरी में पानी में थोड़ा-सा बेकिंग सोडा डालने और इसे मिला लें फिर इसमें केसर के दो टुकड़े डालें. अगर केसर इस मिश्रण में लाल रंग छोड़ता है तो इसका मतलब है कि केसर नकली है. अगर केसर मिश्रण में पीला रंग छोड़ता है तो इसका मतलब है की वह असली है.

केसर खाने के फायदे

केसर को क्रोकस सैटाइवस नाम के फूल से निकाला जाता है. वहीं केसर में एंटी इंफ्लेमेटरी एंटीऑक्सीडेंट, फाइबर मैंगनीज, विटामिन सी, पोटेशियम, आयरन, प्रोटीन, विटामिन ए जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. ऐसे में इसके सेवन से से शरीर को कई तरह का लाभ पहुंचता है.

केसर का सेवन दूध के साथ करने पर पेट संबंधित समस्याओं से छुटकारा मिलता है. वही दिल के मरीजों के लिए केसर और दूध का सेवन काफी फायदेमंद माना जाता है. क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं. केसर दूध के सेवन से त्वचा की रंगत निखारने के अलावा चेहरे के दाग धब्बे दूर होते हैं. 

वही गर्भवती महिलाओं के पेट में सूजन की समस्या या गैस की समस्या होने पर केसर का दूध काफी मददगार होता है. इसके अलावा केसर में प्रोटीन, कैल्शियम भरपूर होता है जिससे हड्डियां मजबूत होती हैं और गठिया के दर्द दूर करने में मदद मिलती है.

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