आजकल लोग किचन गार्डन में रोजमर्रा की चीजों की खेती करने में रूचि दिखाने लगे हैं. न केवल किचन गार्डन बल्कि लोग अपने घर के बगीचे में भी सब्जी उगाने लगे हैं. दरअसल किचन गार्डन का मकसद घर की साग-सब्जियों की रोजाना की जरूरत को पूरा करना और डेली डाइट में विविधता और नयापन लाना है. लेकिन कब कौन सी सब्जी उगाई जाए, इसे लेकर अक्सर कंफ्यूजन रहता है. आज हम आपके इस कंफ्यूजन को दूर कर देते हैं और आपको बताते हैं कि कौन से मौसम में कौन सी सब्जी या फिर साग या फल किचन गार्डन में सही रहेगा.
किचन गार्डन में आप बोंसाई टेक्निक की मदद से कम जगह और छोटे पौधों में सब्जियां और फल तैयार कर सकते हैं. साथ ही इन पेड़ों के मिनी वजर्न में भी आपको सारे गुण मिल सकते हैं. इस तरह से बोसाई टेक्निक की मदद से कम जगह और छोटे पौधों की मदद से कई तरह की शाक-सब्जियां उगाई जा सकती हैं.
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किचन गार्डन या फिर गार्डन में लगा नींबू पपीता, केला और अमरूद के पेड़ पर्यावरण को प्रदूषित होने से रोकते हैं. साथ ही इनकी वजह से आपके घर में हरियाली नजर आती है और इससे पॉजिटिवटिी में इजाफा होता है. वहीं आप खाली समय में इसमें समय बिताकर या फिर किचन गार्डन में जरूरत से ज्यादा शाक-सब्जियां पैदा कर के आर्थिक फायदा भी हासिल कर सकते हैं.