सितंबर का आखिरी सप्ताह खेती-बाड़ी के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण महीना माना जाता है. आपको बता दें कि इन दिनों कुछ खरीफ फसलों को खास मैनेजमेंट की जरूरत होती है तो वहीं कुछ फसलें ऐसी भी होती हैं जिनकी कटाई का समय भी नजदीक आ जाता है. इस खबर में आपको उन फसवों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी कटाई सिंतबर के आखिर में या अक्तूबर की शुरुआत में शुरू हो जाती है. इसके अलावा ये भी जान लेते हैं कि फसलों की कटाई के समय किन खास बातों का ध्यान रखना चाहिए?
आपको बता दें कि सितंबर के आखिरी हफ्ते में कई फसलें काटी जाती हैं, इनमें दलहन और तिलहन फसलें खास हैं. इसके अलावा धान की अगेती किस्में भी सितंबर के अंत में काटी जाने लगती हैं. दलहनी फसलों की बात करें तो इसमें सोयाबीन, उड़द, मूंग, ज्वार, बाजरा और मक्का शामिल हैं. इन फसलों को तैयार होने में 90-100 दिन का समय लगता है. जून के आखिरी से लेकर शुरुआती जुलाई में उगाई जाने वाली ये फसलें सितंबर के आखिरी में कटाई के लिए तैयार होने लगती हैं.
अधिकांश लोग खेती में नए-नए जुड़े हैं इसलिए बुवाई, फसल मैनेजमेंट और कटाई के बारे में अधिक जानकारी नहीं होती है. इस खबर में जान लेते हैं कि फसलों की कटाई के लिए किन जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि किसानों को किसी तरह का नुकसान ना हो.
ये भी पढ़ें: बिहार की शान में चार चांद लगा देते हैं ये कृषि उत्पाद, जिनके नाम से मशहूर है जिला
इन बातों का ध्यान रखने पर आप सही समय पर फसलों की कटाई कर पाएंगे. फसलों को काटने के बाद कम से कम एक दिन खेत में ही छोड़ दें, इसके अलावा अगर बारिश की आशंका है तो फसलों को सुरक्षित करने की तैयारी भी पहले से ही करनी चाहिए. इन तमाम बातों का ध्यान रखने के बाद किसानों को कोई नुकसान नहीं होगा और वे अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकेंगे.