Gardening Tips: क्या आप जानते हैं कि मॉनसून के मौसम में पौधे सामान्य से तीन गुना तेजी से बढ़ सकते हैं? बारिश प्राकृतिक तौर पर पौधों को बढ़ने में मदद करती है. इसी वजह से यह मौसम बागवानी के शौकीनों के लिए एक पसंदीदा समय बन जाता है. यूं तो बारिश के कई फायदे होते हैं लेकिन इसके साथ ही जलभराव, कीट और पोषक तत्वों की कमी जैसी चुनौतियां भी आती हैं. मॉनसून का पूरा फायदा उठाने और अपने बगीचे को फलने-फूलने के लिए सही तैयारी करना जरूरी है.
मॉनसून के समय आपको अपने बगीचे में कुछ खास बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है. आज हम आपको ऐसे पांच टिप्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें आप बगीचे के अलावा अपने किचन गार्डन और यहां तक के खेत के लिए भी प्रयोग कर सकते हैं.
मॉनसून के दौरान जलभराव को रोकने के लिए अच्छी जल निकासी बहुत जरूरी है. ऐसा न करने से पौधों की जड़ें सड़ सकती हैं. मिट्टी की जल निकासी क्षमता की जांच करके शुरुआत करें. अगर आपके बगीचे या खेत में पानी जमा हो रहा है तो ये उपाय अपनाएं तो ऊंची क्यारियां बनाएं. मिट्टी की संरचना और जल निकासी को बेहतर बनाने के लिए उसमें खाद या कार्बनिक पदार्थ मिलाएं. इसके अलावा नमी बनाए रखने और मिट्टी के कटाव को रोकने के लिए मल्च की एक परत लगाएं.
मॉनसून के समय ऐसे पौधों का चुनाव करें जो जो गीली परिस्थितियों में पनपते हों और मानसून की चुनौतियों का सामना कर सकते हों. आप इस दौरान गुड़हल, गेंदा, जैस्मीन जैसे फूल उगा सकते हैं. अगर आप सब्जियां उगाने की चाह रखते हैं तो पालक, भिंडी और खीरे बेहतर विकल्प हो सकते हैं.
बारिश के मौसम में कीटों की भरमार हो सकती है. अपने पौधों को सुरक्षित रखने के लिए आप पौधों की नियमित रूप से जांच करें और जरूरत पड़ने पर सही कीटनाशक का प्रयोग करें. प्राकृतिक कीटनाशक जैसे नीम के तेल या लहसुन के स्प्रे का प्रयोग करें. मुख्य फसलों के साथ तुलसी और गेंदा जैसे पौधे लगाएं जो कीटों को खत्म करने में सहायक होते हैं.
मॉनसून की बारिश मिट्टी से जरूरी पोषक तत्वों को बहा सकती है जिससे उन्हें फिर से भरना होता है. आप प्लांटफर्टिलाइजर स्टिक का प्रयोग कर सकते हैं जो पोषक तत्वों की निरंतर आपूर्ति प्रदान करते हैं. इसके अलावा केले के छिलके का पाउडर भी कारगर रहता है. यह पोटेशियम से भरपूर होता है और पौधे के तने को मजबूत बनाता है. वहीं एप्सम सॉल्ट भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है. यह पौधों को मैग्नीशियम प्रदान करता है.
मॉनसून की हवाएं और भारी बारिश पौधों को नुकसान पहुंचा सकती हैं. ऐसे में बेहतर एयर वेंटीलेशन और फंगल इनफेक्शन के जोखिम को कम करने के लिए अतिरिक्त पत्तियों को काटते रहें. साथ ही ऊंचे पौधों को सहारा देकर उन्हें तेज हवाओं से गिरने से बचाएं.
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