
NAFED Soybean Registration: महाराष्ट्र के अकोला, बालापुर और नांदगांव खंडेश्वर में नेफेड से सोयाबीन खरीद के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू होते ही किसानों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. किसान बेहद खुश हैं क्योंकि उन्हें अपनी उपज को समर्थन मूल्य पर बेचने का मौका मिलेगा. हालांकि, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में तकनीकी दिक्कतों के कारण, प्रशासन ने ऑफलाइन आवेदन स्वीकार करने का निर्णय लिया है.
अधिकारियों ने किसानों से धैर्य रखने और निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार रजिस्ट्रेशन सेंटर पर मौजूद होने की अपील की है. रजिस्ट्रेशन के लिए सुबह से ही अकोला केंद्र पर किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी. कई जगहों पर महिलाओं और बुजुर्ग किसानों ने भी रजिस्ट्रेशन में हिस्सा लिया. प्रशासन ने किसानों से धैर्य रखने और निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार उपस्थित होने की अपील की है.
'लोकमत' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बालापुर स्थित एकमात्र नेफेड खरीद केंद्र पर 31 अक्टूबर से रजिस्ट्रेशन शुरू होते ही हजारों किसान उमड़ पड़े. इसकी वजह से यूनियन कार्यालय के सामने मुख्य मार्ग पर जाम लग गया. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रणाली में देरी के कारण, अधिकारियों ने अस्थायी रूप से ऑफलाइन दस्तावेज स्वीकार करने का आदेश दिया, जिससे भीड़ थोड़ी कम हुई.
हालांकि, अपर्याप्त सुविधाओं और जटिल प्रक्रिया के कारण किसानों में असंतोष देखा गया. इसे देखते हुए विधायक नितिन देशमुख ने जिला कलेक्टर को लिखे पत्र में सरकार से इस प्रक्रिया को सरल बनाने और थंब मशीन के बजाय मोबाइल ओटीपी सिस्टम लागू करने की मांग की.
इस साल, अकोला जिले में नेफेड का केवल एक खरीद केंद्र, बालापुर क्रय-विक्रय संघ, मंजूर किया गया है. अभी बाजार मूल्य और सरकार की ओ से तय गारंटी मूल्य 1,000 से 1,500 रुपये के बीच के अंतर के कारण, किसानों का नेफेड के माध्यम से बेचने में रुझान बढ़ा है.
नांदगांव खंडेश्वर के किसान गुरुवार रात से ही ठंड में इंतजार कर रहे हैं. रात 9 बजे से कतारें लगनी शुरू हो गईं और शुक्रवार सुबह भीड़ बढ़ गई, जिससे भगदड़ की आशंका बढ़ गई. पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने हालात को काबू में किया. शाम 4 बजे तक 2,500 से ज्यादा आवेदन स्वीकार किए गए.
जामगांव के किसान पंकज जगने ने कहा, "हजारों की भीड़ में से मेरा आवेदन किसी तरह टेबल तक पहुंच गया. अब सोयाबीन की तौल होने के बाद ही मैं निश्चिंत हो पाऊंगा."
इसी तरह नांदगांव मंडी के उपाध्यक्ष बालासाहेब रोहनेकर ने कहा, "शाम 4 बजे तक किसानों ने 2,500 से ज्यादा आवेदन किए. जिला मार्केटिंग अधिकारी ने गुरुवार शाम 4 बजे ऑफलाइन आवेदन स्वीकार करने के आदेश दिए थे. इस वजह से किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी."
नेफेड से सोयाबीन खरीद का लाभ उठाने के लिए प्रत्येक किसान को ऑनलाइन या सेवा केंद्र के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है. इसके लिए आपको कुछ जरूरी कागजात साथ में रखने होंगे और रजिस्ट्रेशन के वक्त जमा करने होंगे. आइए इसके बारे में जान लेते हैं.