NREGA जॉब कार्ड को आधार से कैसे जोड़ें? हम बता रहे हैं इसका सबसे आसान तरीका

NREGA जॉब कार्ड को आधार से कैसे जोड़ें? हम बता रहे हैं इसका सबसे आसान तरीका

नरेगा जॉब कार्ड एक जरूरी कागजात है जिससे पता चलता है कि आप नरेगा में रोजगार के लिए योग्य हैं. इसमें श्रमिक के कई रिकॉर्ड होते हैं जैसे नरेगा का रजिस्ट्रशन नंबर और लाभार्थी से जुड़े अन्य जानकारियां. यह जॉब कार्ड श्रमिकों को रोजगार की गारंटी भी देता है.

MGNREGA fake job cards MGNREGA fake job cards
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Feb 19, 2024,
  • Updated Feb 19, 2024, 7:01 PM IST

देश में सरकार की तरफ से कई योजनाएं चलाई जाती हैं जिसका फायदा आसानी से उठाया जा सकता है. कई योजनाएं तो ऐसी भी होती हैं जिसके बारे में लोगों को पता नहीं होता. दूसरी और कई योजनाएं ऐसी भी हैं जिनका नाम लोगों की जुबान पर चढ़ा हुआ है. इसी में एक है मनरेगा जिसे आम बोल चाल की भाषा में नरेगा (NREGA) भी बोलते हैं. देश के ग्रामीण इलाकों में इस योजना का नाम सबसे अधिक है क्योंकि इसमें गारंटीड रोजगार की सुविधा मिलती है. इसके लिए श्रमिकों का एक कार्ड बनता है जिसे नरेगा जॉब कार्ड (NREGA Job Card) भी कहते हैं.

NREGA का अर्थ है राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून. इस कानून की शुरुआत 2005 में हुई थी जिसमें साल में कम से कम 100 दिनों का रोजगार देने का नियम है. ऐसे श्रमिक जो अकुशल हैं, उन्हें रोजगार की गारंटी मिलती है. बाद में इस कानून में थोड़ा बदलाव कर MGNREGA कर दिया गया जिसमें अन यूटिलाइज्ड या अंडर यूटिलाइज्ड ग्रामीण लोगों को जोड़ा गया.

ये भी पढ़ें: लहसुन बेचकर कुछ ही दिनों में करोड़पति बन गया किसान, फसल की सेफ्टी के लिए खेत में लगाया CCTV

किसे मिलता है इस योजना का लाभ

  • 18 वर्ष से अधिक आयु के भारतीय नागरिक और जो देश में निवास करता हो.
  • आवेदक को स्वेच्छा से कुछ अकुशल काम करने की जरूरत होती है. अब, इस योजना के साथ एक जॉब कार्ड भी आता है. आइए उस पर चर्चा करें कि क्या है जॉब कार्ड.

क्या है नरेगा जॉब कार्ड

नरेगा जॉब कार्ड एक जरूरी कागजात है जिससे पता चलता है कि आप नरेगा में रोजगार के लिए योग्य हैं. इसमें श्रमिक के कई रिकॉर्ड होते हैं जैसे नरेगा का रजिस्ट्रशन नंबर और लाभार्थी से जुड़े अन्य जानकारियां. यह जॉब कार्ड श्रमिकों को रोजगार की गारंटी भी देता है. यानी जिसके पास यह कार्ड होगा वह रोजगार के लिए पात्र होगा. यह कार्ड फ्रॉड से भी बचाता है क्योंकि जिसके नाम यह कार्ड होता है, उसके खाते में ही पैसे आते हैं.

नरेगा जॉब कार्ड की विशेषताएं

  • इस कार्ड में कई जानकारियां होती हैं. एक ही घर में सभी नरेगा आवेदकों का व्यक्तिगत विवरण जिसमें नाम, उम्र, लिंग, पता, पिता का नाम, डाकघर खाता संख्या या बैंक खाता संख्या शामिल है.
  • इस कार्ड में रोज़गार रिकॉर्ड के बारे में जानकारी, जिसमें रोज़गार की तारीखें भी शामिल हैं, दर्ज होती हैं.
  • नरेगा कार्ड होल्डर की तस्वीर होती है.
  • आवेदक फॉर्म जमा करने के 15 दिनों के भीतर नियोजित नहीं होने की स्थिति में, उन्हें बेरोजगारी भत्ता दिया जाता है, और जॉब कार्ड में भी यही विवरण अंकित होगा.

नरेगा जॉब कार्ड को कैसे वेरिफाई करें

  • SECC टिन नंबर, बैंक या डाकघर खाता संख्या वेरिफाई करें.
  • सक्षम अधिकारी को श्रमिक की व्यक्तिगत या पारिवारिक तस्वीर को प्रमाणित करना होगा.
  • जॉब कार्ड को वर्तमान मांग, पूर्ण काम और आवंटन के साथ अपडेट किया जाना चाहिए.
  • इस अपडेट में आधार कार्ड और जॉब कार्ड का लिंकेज भी शामिल होगा.

जॉब कार्ड को आधार से कैसे लिंक करें

इन दोनों कागजातों को लिंक करना जरूरी है वरना श्रमिक का जॉब कार्ड वेरिफाई नहीं होगा. आजकल सरकार हर सर्विस में आधार को जरूरी कर रही है ताकि धांधली रोकी जा सके. इसी में नरेगा जॉब कार्ड को आधार से लिंक करना भी शामिल है. जॉब कार्ड को आधार से लिंक करने का सबसे आसान तरीका ये है कि आप उसमें दिए गए रजिस्ट्रेशन डाटा को अपडेट करें और उसमें आधार नंबर भी दर्ज करें. इससे आपका आधार लिंक हो जाएगा और आपको नरेगा की सेवाएं मिलती रहेंगी.

ये भी पढ़ें: सरकार और किसानों के बीच बैठक की Inside Story, क्या पंजाब के किसान अब धान की जगह दलहन पर जोर देंगे?

 

MORE NEWS

Read more!